सफीदों, (एस• के• मित्तल) : नगर के महात्मा गांधी मार्ग पूरी तरह से अतिक्रमण से घिर गया है। दुकानदार अतिक्रमण किए जा रहे है लेकिन प्रशासन गहरी नींद सो रहा है। प्रशासन की सुस्ती का ही परिणाम कि इस रोड पर लोगों ने पक्के अतिक्रमण कर लिए हैं। हालात ये हैं कि दो बड़े व्हीकलों का पास से गुजरना मुश्किल हो रहा है। सरकारी कागजों में तो भले ही यह रोड़ काफी चौड़ा हो लेकिन धरताल पर यह मात्र पगडंडी से बनकर रह गई है। इस अतिक्रमण के कारण आम जनता व वाहन चालक बेहद परेशान है। जिस वक्त भी देख लो हर समय जाम लगा रहा है और वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगीं रहती हैं। सरकार द्वारा इस रोड़ को चौड़ा करने के मकसद से यहां से गुजर रही डिच ड्रेन को भूमिगत कर दिया था और उसके आगे कंकरीट के ब्लाक बिछाए गए थे। कुछ समय तो कुछ राहत रही लेकिन धीरे-धीरे अतिक्रमणकारियों ने पहले नाले और फिर उससे आगे की जमीन को रैंप या चबूतरे बनाकर घेर लिया और सड़क को उसी स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया।
गौरतलब है कि इस रोड़ पर कई बड़े सरकारी व प्राईवेट बैंक, शिक्षण संस्थान व प्राईवेट अस्पताल हैं। इन संस्थानों के मालिकों ने पहले तो अपने-अपने संस्थानों के बाहर बड़े-बड़े जरनेटर खड़े की दिए और उसके बाद अपनी-अपनी गाड़ियां खड़ी करनी शुरू कर दी है। उसके बाद जो लोग उनके संस्थानों में आते हैं, उनके दुपहिया व चौपहिया वाहन खड़े हो जाते हैं। यहां के दुकानदारों व संस्थान संचालकों ने सरकारी जमीन को अपनी जायदाद समझकर इसके ऊपर अतिक्रमण कर लिया है। कुल मिलाकर सड़क पर वाहन निकलना मुश्किल हो जाता है। इस सब कुछ को होता देखकर प्रशासन व पालिका मौन है और अतिक्रमण हटाने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। एक आध बार औपचारिकता के तौर पर कार्रवाई होती भी है तो उसका कोई असर नहीं पड़ता। बता दें कि नगर का महात्मा गांधी मार्ग अति व्यवस्त्तम मार्ग है। इस मार्ग पर नगर का चौतरफा वाहनों का दबाव है। मकबरा पीर, रामपुरा रोड़, बस स्टैंड, पुराना बस स्टैंड, नई अनाज मंडी, पुरानी अनाज मंडी, रेलवे रोड़, जींद रोड़ पर आने जाने को लेकर इस मार्ग का प्रयोग होता है लेकिन विडंबना यह है कि इतना महत्वपूर्ण मार्ग होने के बावजूद भी यह उपेक्षा का शिकार है।
इसके अलावा इस रोड़ पर बिजली विभाग के खंभे बीच सड़क खड़े हैं, जिनकों काफी लंबे समय से साईड में स्थानांनरित नहीं किया जा रहा, जिसके कारण भी अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण करने के लिए बल मिल रहा है। अतिक्रमण के कारण यहां पर हरदम जाम लगा रहता है तथा कई बड़ी दुर्घटनाएं घटित हो चुकी हैं। यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों व स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले तो इस सड़क की स्थिति बेहद नाजुक है और दूसरी ओर अतिक्रमण ने सोने पर सुहागे का काम कर दिया है। यदि प्रशासन व पालिका सख्ती के साथ अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे तो ही अतिक्रमण की समस्या दूर हो सकती है, अन्यथा जस की तस बनी रहेगी। इन अतिक्रमणकारियों से निपटने के लिए पालिका को कोई ठोस कार्य योजना बनाने की जरूरत है। लोगों ने प्रशासन व पालिका से अनुरोध किया कि इस दिशा में कोई ठोस व कड़ा कदम उठाए ताकि इस मार्ग पर यातायात सुगम हो और दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
सफीदों के एसडीएम पुलकित मल्होत्रा इसी सड़क पर हुए घायल
सफीदों के एसडीएम पुलकित मल्होत्रा इसी सड़क पर खाना खाकर घूम रहे थे कि पीछे से एक तेज रफ्तार बाईक आई और उन्हे अपनी चपेट में ले लिया। इस घटना में एसडीएम बुरी तरह से घायल हो गए थे। इस रोड़ पर सड़क कम गड्ढे ज्यादा हैं। अगर सड़क सही होती और अतिक्रमण ना होता तो शायद एसडीएम पुलकित मल्होत्रा इस दुर्घटना का शिकार ना होते। वे एक बिजली के ट्रांसफार्मर के पास आकर दुर्घटनाग्रस्त हुए। प्रशासन को इन बेलगाम अतिक्रमणकारियों पर लगाम लगाने व सड़क का पुन: चौड़ीकरण करने की आवश्यकता है।
क्या कहते हैं पालिका सचिव
इस मामले में पालिका सचिव आशीष कुमार ने कहा कि जल्द ही अतिक्रमण हटाया जाएगा और बिजली के खंभों को सड़क के किनारे स्थानांतरित किया जाएगा। जल्द ही इस रोड से अतिक्रमण की समस्या समाप्त की जाएगी।