संसद में बहस नहीं, कैथल में जुबानी तकरार —
जेपी ने खट्टर को घेरा बाबा साहेब की शिक्षाओं पर
हरियाणा के कैथल जिले में सांसद जेपी ने एक जनसभा में भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर पर तीखा पलटवार किया। खट्टर के हालिया बयान के संदर्भ में जेपी ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर ने केवल संविधान नहीं दिया, बल्कि देश में सामाजिक न्याय और नागरिक अधिकारों की नींव भी रखी।
सांसद ने अपने भाषण में जोर देकर कहा कि संविधान का पालन केवल कागजों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे लागू करने के लिए न्याय और अधिकारों की समझ भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का जीवन और उनके आदर्श हर नागरिक के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने जेपी के भाषण की सराहना की। सांसद ने खट्टर के दृष्टिकोण को चुनौती देते हुए कहा कि लोकतंत्र में आलोचना और बहस का अधिकार हर किसी को है, लेकिन इतिहास और संविधान के निर्माता के योगदान को कम करके नहीं आंका जा सकता।
इस अवसर पर सांसद ने नागरिकों से अपील की कि वे संविधान और इसके मूल्यों को समझें और उनके अनुसार अपने अधिकारों की रक्षा करें। जेपी के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।
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