कलियुग में श्रीमद् भागवत कथा श्रवण का बड़ा महत्व: स्वामी कैवल्यानंद सरस्वती
सफीदों, (एस• के• मित्तल) : श्री कृष्ण भक्ति भागवत समिति के तत्वावधान में नगर के ऐतिहासिक नागक्षेत्र मंदिर में में श्रीमद् भागवत कथा एवं अमृत वर्षा का शुभारंभ हो गया। कथा महोत्सव में कथावाचक स्वामी कैवल्यानंद सरस्वती महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ। कथा में श्रीमद् भागवत जी का पूजन पंडित संजीव गौतम ने पूरे विधि-विधान से करवाया। इस आयोजन को लेकर नगर में भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में सैंकड़ों महिलाओं ने कलश उठाए।
कथा में मुख्य यजमान समाजसेवी पटवारी विजय कौशिक रहे। श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी कैवल्यानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि कलियुग में श्रीमद् भागवत कथा श्रवण का बड़ा महत्व है। यह कथा मनुष्य को मोक्ष और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रदान करती है।
इसके साथ-साथ मनुष्य को जीवन जीने का सही मार्ग और भगवान के प्रति भक्ति का रास्ता मिलता है। भागवत कथा सुनने से व्यक्ति के पाप और दुख दूर होते हैं और उसे शांति मिलती है। श्रीमद् भागवत कथा हमें पारलौकिक ज्ञान प्रदान करती है, जिससे हम इस संसार के परे की सच्चाई को समझ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सभी ग्रन्थों का सार है तथा इसमें अनेक रहस्य छिपे हुए हैं। भागवत सुनने वालों का भगवान हमेशा कल्याण करते हैं। जीवन में भागवत कथा सुनने का सौभाग्य मिलना बड़ा दुर्लभ है। जब भी हमें यह सुअवसर मिले, इसका सदुपयोग करना चाहिए। आयोजक संस्था के प्रतिनिधि ने बताया कि यह कथा आगामी 16 नवंबर तक प्रतिदिन सायं 2 बजे 5 बजे तक होगी।
उन्होंने श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि वे ज्यादा से ज्यादा तादाद में पहुंचकर कथा श्रवण करें। इस मौके पर प्रमोद कौशल, धर्मबीर सिंह, नरेन्द्र भारद्वाज शास्त्री, योगेश गर्ग, विनोद कौशिक विशेष रूप से मौजूद थे।
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