दिल्ली की हवा फिर बनी ‘जहर’ —
प्रदूषण से राहत के लिए आज संभव है कृत्रिम बारिश का प्रयोग
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली-NCR एक बार फिर प्रदूषण के जहरीले बादल में घिर गई है। रविवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) कई इलाकों में 300 से 400 के बीच दर्ज किया गया, जिससे हवा ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई। हालात ऐसे हैं कि लोगों को आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में परेशानी की शिकायतें हो रही हैं।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए सरकार कृत्रिम बारिश (Artificial Rain) का सहारा लेने पर विचार कर रही है। जानकारी के मुताबिक, IIT कानपुर की टीम ने दिल्ली सरकार को क्लाउड सीडिंग का प्रस्ताव भेजा है। मौसम विभाग ने बताया कि आज या कल यदि हवा में पर्याप्त नमी रही, तो क्लाउड सीडिंग के जरिए कृत्रिम वर्षा का परीक्षण किया जा सकता है, जिससे हवा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है।
दिल्ली के कई क्षेत्रों जैसे आनंद विहार, वजीरपुर, पंजाबी बाग और गाजियाबाद में AQI 350 से ऊपर पहुंच चुका है। वहीं गुरुग्राम और नोएडा भी रेड जोन में दर्ज हुए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि वाहनों का धुआं, पराली जलाना और निर्माण कार्य इस प्रदूषण के मुख्य कारण हैं।
सरकार ने स्कूलों को आवश्यकतानुसार ऑनलाइन मोड पर शिफ्ट करने, निर्माण गतिविधियों पर रोक और पुराने डीजल वाहनों पर प्रतिबंध जैसे कदम उठाए हैं।
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि कृत्रिम बारिश केवल अस्थायी राहत दे सकती है, स्थायी समाधान के लिए स्रोतों पर नियंत्रण जरूरी है।
📍मुख्य बिंदु:
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दिल्ली-NCR में AQI 300–400 के पार
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IIT कानपुर की टीम आज कर सकती है क्लाउड सीडिंग
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पराली, वाहन और धूल प्रदूषण के मुख्य कारण
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सरकार ने सख्त नियंत्रण उपाय किए लागू
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