खेल गतिविधियों के माध्यम से बढ़ेगी भावनात्मक अभिव्यक्ति और आत्मविश्वास : अनिल मलिक

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किशोरों में मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक समझ विकसित करने पर जोर

जींद : हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की राज्य स्तरीय परियोजना के तहत मंगलवार को गांव खोखरी स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बाल सलाह व कल्याण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बाल किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना, हार्मोनल बदलावों की समझ विकसित करना और सामाजिक परिवेश के प्रति जागरूकता बढ़ाना रहा।

इस अवसर पर बाल कल्याण अधिकारी रोहतक व राज्य नोडल अधिकारी अनिल मलिक ने विद्यार्थियों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि बाल सुरक्षा, जागरूकता और शिक्षा को खेल गतिविधियों के माध्यम से जोड़ा जाना चाहिए। खेल आधारित शिक्षण विधियां न केवल बच्चों में संज्ञानात्मक ज्ञान बढ़ाती हैं बल्कि उन्हें भावनाओं को समझने, टीम वर्क विकसित करने और सामाजिक मुद्दों की पहचान करने में भी मदद करती हैं।

अनिल मलिक ने कहा कि किसी भी सूरत में बाल शोषण की घटनाएं नहीं बढ़नी चाहिए। इसके लिए समय पर उचित यौन शिक्षा, जागरूकता और भावनात्मक समर्थन जरूरी है। उन्होंने कहा कि गोपनीयता बरकरार रखते हुए किशोरों को खुलकर चर्चा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि वे संवेदनशील विषयों पर आत्मविश्वास के साथ बात कर सकें।

उन्होंने बताया कि खेल गतिविधियों से न केवल तनाव कम होता है बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार और जीवन कौशल का विकास भी होता है। इन गतिविधियों के माध्यम से जेंडर असमानता और सामाजिक कुरीतियों को भी काफी हद तक दूर किया जा सकता है।

परामर्शदाता नीरज कुमार ने परामर्श सेवाओं की निरंतरता के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य पूनम साहू ने की। उन्होंने कहा कि मनोवैज्ञानिक समझ विकसित करके बच्चों की बढ़ती उम्र के अनुसार संवाद और विभिन्न गतिविधियों में सहभागिता बढ़ाकर जीवन कौशल की नई राह तैयार की जा सकती है।

कार्यक्रम में सरपंच सुनीता, बबिता रानी, बलजीत, रेणुका, मंजु, आज़ाद, आशा, कमल सुमन और बिंटू सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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