दिल्ली ब्लास्ट: बड़ा षड्यंत्र उजागर — कई जगह एक साथ धमाके और मुंबई-स्टाइल हमला योजना का संकेत

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दिल्ली ब्लास्ट
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जांच में मिले भारी विस्फोटक-सामग्री और अमोनियम नाइट्रेट

दिल्ली में लाल किले के पास हुई विस्फोटक घटना की फॉरेन्सिक और इंटेलिजेंस जांच से अब यह तस्वीर उभर रही है कि हमलावरों ने सिर्फ एक अकेला विस्फोट नहीं, बल्कि एक साथ कई जगह समन्वित हमले करने का इरादा रखा था। इसके अलावा, जांच में यह संकेत भी मिल रहा है कि लक्ष्य सूची में बड़े सार्वजनिक चिह्न— जैसे रेडफोर्ट, इंडिया गेट, कुछ मंदिर और व्यस्त मॉल या रेलवे स्टेशन—शामिल थे।

इसी क्रम में, और भी महत्वपूर्ण बात यह है कि काफी मात्रा में विस्फोटक कच्चा माल और अमोनियम नाइट्रेट से जुड़े सुराग बरामद हुए हैं — जिससे स्पष्ट होता है कि हमला सिर्फ सीमित पैमाने का नहीं, बल्कि बड़े पैमाने वाली कार्रवाई की तैयारी का हिस्सा था। इसलिए सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके व सटे राज्यों में हाई-अलर्ट लगा दिया है और कई जगह तलाशी तथा रिमांड ऑपरेशन तेज कर दिए हैं।

हालांकि शुरुआती एफएसएल रिपोर्ट और इनपुट्स पर और काम चल रहा है, परंतु अब तक की आधिकारिक सूचनाओं के मुताबिक कुछ आरोपितों के कॉन्टैक्ट और अंदेशों ने जांचकर्ता­यों को यह मानने पर मजबूर किया है कि मॉड्यूल ने 26/11 (मुंबई) जैसी रणनीति अपनाने की योजना बनाई थी—यानी जगह-जगह फायरिंग और बंधक-स्थितियां पैदा करके बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान करने का इरादा। इसलिए, न सिर्फ दिल्ली पर बल्कि आसपास के महानगरों में भी सुरक्षा-योजना और सतर्कता बढ़ा दी गई थी।

इन सब कारणों से मंत्रालय ने मामले को NIA को सौंपा है और केंद्रीय स्तर पर समन्वित जांच की जा रही है। इसी बीच सुरक्षा और इंटेलिजेंस एजेंसियां यह भी देख रही हैं कि क्या यह योजना किसी विदेशी-आधारित नेटवर्क (रिपोर्टेड स्रोतों ने Jaish-e-Mohammed से जुड़ाव का संकेत भी दिया है) से संचालित थी और फंडिंग/लॉजिस्टिक्स कहां से आ रही थी। परिणाम स्वरूप, अगली सूचनाओं तक सार्वजनिक बैठकों और भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता की सलाह जारी है।

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