हरियाणा में दिवाली के बाद हवा की गुणवत्ता तेजी से खराब हो गई है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ताजा आंकड़ों के अनुसार, राज्य के पांच बड़े शहरों — बल्लभगढ़, फरीदाबाद, गुरुग्राम, हिसार और पानीपत — में हवा “जहरीली” श्रेणी में पहुंच चुकी है। सबसे खराब स्थिति बल्लभगढ़ की रही, जहां AQI 305 दर्ज किया गया।
त्योहारों के दौरान पटाखों के धुएं, वाहनों के धुएं और तापमान में गिरावट के कारण प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिन का तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 17 डिग्री के करीब दर्ज किया गया, जिससे हवा में प्रदूषक कण फंस गए और स्मॉग की परत बन गई।
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सरकार ने ग्रैप-2 (Graded Response Action Plan) लागू कर दिया है। इसके तहत निर्माण गतिविधियों, खुले में कचरा जलाने, और डीजल जनरेटरों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस स्तर का प्रदूषण बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा के मरीजों के लिए बेहद हानिकारक है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे सुबह की सैर से बचें, मास्क पहनें और अनावश्यक बाहर निकलने से परहेज करें।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कहा है कि आने वाले दिनों में हवा की स्थिति और बिगड़ सकती है, अगर बारिश या तेज हवाएं नहीं चलीं तो AQI “गंभीर” श्रेणी तक पहुंचने की आशंका है।
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