तीन शहर सबसे अधिक प्रभावित; दिवाली पर 10 शहरों का AQI रेड जोन में
पंजाब। राज्य में हाल ही में पराली जलाने की घटनाओं में तेज़ी आई है। आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा की तुलना में पंजाब में 12 गुना ज्यादा पराली जली, जिससे हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई है। विशेष रूप से तीन शहरों में प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक देखा गया।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के आंकड़ों के अनुसार दिवाली के समय 10 शहर रेड जोन में पहुंच गए थे, और पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं ने स्थिति और गंभीर कर दी है। यह लोगों के सांस लेने और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि लंबे समय तक प्रदूषण में रहने से श्वसन और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
पराली जलाने के अलावा वाहनों का धुआं, औद्योगिक प्रदूषण और ठोस कचरे का जलना भी वायु की गुणवत्ता को प्रभावित कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे पराली को जलाने के बजाय कम्पोस्टिंग या अन्य सुरक्षित तरीके अपनाएं।
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण को कम करने के लिए सख्त नियमों और निगरानी की आवश्यकता है। साथ ही, जनता को मास्क पहनने और बाहर कम निकलने की सलाह दी गई है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को।
राज्य सरकार ने भी प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई नए उपायों और योजनाओं की घोषणा की है, ताकि हवा की गुणवत्ता में सुधार हो और लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके।
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