अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण कार्य अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर 2025 को विवाह पंचमी के दिन राम मंदिर के शिखर पर 22 फीट लंबा भगवा ध्वज फहराएंगे। यह आयोजन मंदिर के मुख्य निर्माण का प्रतीक होगा और भक्तों के लिए मंदिर के दर्शन की शुरुआत का संकेत देगा।
ध्वज का आकार और डिजाइन
राम मंदिर के शिखर पर फहराए जाने वाला ध्वज त्रिकोणाकार होगा, जिसकी लंबाई 22 फीट और चौड़ाई 11 फीट होगी। इस पर सूर्यवंशी और त्रेता युग का चिह्न अंकित किया जाएगा। यह ध्वज विशेष रूप से मजबूत कपड़े से तैयार किया गया है, ताकि यह उच्च वायु गति और मौसम की कठिन परिस्थितियों का सामना कर सके।
निर्माण कार्य की स्थिति
मंदिर का मुख्य निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अंतिम चरण में मंदिर के तीनों तलों पर फिनिशिंग कार्य, पत्थरों की घिसाई और रगड़ाई का काम चल रहा है। इसके अलावा, मंदिर परिसर में भव्य द्वारों का निर्माण भी अंतिम चरण में है। हालांकि, मंदिर के चारों ओर की दीवार और ऑडिटोरियम का निर्माण कार्य 2026 तक जारी रहेगा।
प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर को होने वाले ध्वजारोहण समारोह में भाग लेने की सहमति दी है। यह आयोजन पांच दिवसीय धार्मिक अनुष्ठानों की श्रृंखला का समापन होगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने मंदिर के निर्माण में एकता और समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए सराहना की है।
निष्कर्ष
राम मंदिर का यह ध्वजारोहण समारोह न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पुनरुत्थान का प्रतीक भी है। अयोध्या में होने वाला यह ऐतिहासिक आयोजन लाखों भक्तों के लिए एक अविस्मरणीय क्षण होगा।