माइनिंग अफसर की शिकायत पर दर्ज हुआ केस —
किसान संगठन बोले, ठेकेदारों और प्रशासन की मिलीभगत से किसानों पर झूठे आरोप
जालंधर। पंजाब में अवैध माइनिंग (खनन) को लेकर एक नया विवाद सामने आया है।
जिला माइनिंग अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने कई किसानों के खिलाफ अवैध रेत खनन का मामला दर्ज किया, जिसके बाद ग्रामीणों और किसान संगठनों ने कार्रवाई को पक्षपातपूर्ण बताया है।
जानकारी के अनुसार, शकूरगढ़ और आदमपुर इलाके में कुछ किसानों पर आरोप है कि उन्होंने अपने खेतों के पास से रेत निकाली, जो नियमों के अनुसार प्रतिबंधित है।
माइनिंग विभाग ने कहा कि ये गतिविधियां ठेकेदारों की अनुमति क्षेत्र से बाहर की गईं और सरकारी नुकसान पहुंचाया गया।
हालांकि, किसान संगठनों ने आरोप लगाया कि असल में खनन ठेकेदार और अफसरों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर रेत निकाली जाती है, और जब मामला खुलता है, तो छोटे किसानों पर केस डालकर लीपापोती की जाती है।
भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) और किसान संघर्ष समिति ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए एसडीएम ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया।
उनका कहना है कि “किसानों के खिलाफ दर्ज एफआईआर तुरंत वापस ली जाए, और असली दोषियों पर कार्रवाई हो।”
इस बीच, प्रशासन ने कहा कि जांच निष्पक्ष होगी और किसी निर्दोष को सजा नहीं दी जाएगी।
फिलहाल मामले की जांच स्थानीय पुलिस और माइनिंग विभाग की संयुक्त टीम कर रही है।
📍मुख्य बिंदु:
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माइनिंग अफसर की शिकायत पर किसानों पर केस
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किसान संगठन बोले — ठेकेदारों की मिलीभगत
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प्रशासन ने जांच शुरू की
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एफआईआर रद्द करने की मांग पर प्रदर्शन
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