सफीदों, (एस• के• मित्तल) : सफीदों शहर स्थित अग्रवाल पंचायती धर्मशाला में महाराजा अग्रसैन जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम का संयोजन पूर्व पालिकाध्यक्ष मनोज दीवान ने किया। इस अवसर पर काफी तादाद में अग्रबंधू मौजूद थे। इस मौके पर अग्रबंधुओं द्वारा महाराजा अग्रसैन के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित की गई। उसके उपरांत विशाल हवन किया गया। हवन में अग्रबंधुओं ने आहुति डालकर समाज की सुख-शांति की कामना की। हवन के उपरांत प्रसाद वितरित किया गया। अपने संबोधन में कार्यक्रम के संयोजक पूर्व पालिकाध्यक्ष मनोज दीवान ने कहा कि अग्रशिरोमणी महाराजा अग्रसैन ने समाजवाद की नींव रखी थी। महाराजा अग्रसेन सच्चे अर्थों में महापुरुष थे। जिन्होंने अग्रोहा नगर की स्थापना के वक्त अग्रोहा धाम में बाहर से आकर बसने वाले लोगों को एक रुपया एक ईंट प्रदान किया गया। जिससे राज्य में आकर बसने वाले परिवार का घर भी बन जाता था तथा कारोबार के धन भी एकत्रित हो जाता था। महाराजा अग्रसैन के नेतृत्व क्षमता का ही परिणाम है कि उन्होंने 18 यज्ञ किए और उन यज्ञों के आधार पर ही अग्रवाल समाज के 18 गोत्रों का उदय हुआ। अग्रवाल समाज के 18 गोत्रों के वंशज पूरे भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में फैले हुए हैं। उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन आदर्श समाजवाद के अग्रदूत, गणतंत्र का संस्थापक और अहिंसा का पुजारी थे। महाराजा अग्रसेन के जीवन के पहला लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था, दूसरा आर्थिक समरूपता और तीसरा सामाजिक समानता तीन आदर्श रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन के विचार आज भी प्रासांगिक हैं। उन्होंने सदैव संपूर्ण समाज को गति देने का काम किया।