वरिष्ठ नेता बोले—तीन दशकों से सेवा में
कैथल में एक कार्यक्रम के दौरान हरियाणा के वरिष्ठ विधायक अनिल विज ने राजनीतिक हलकों में चर्चा छेड़ देने वाला बयान दिया। उन्होंने साफ कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री पद की कोई लालसा नहीं है। विज ने बताया कि वे पिछले 35 साल से जनता के भरोसे पर लगातार विधानसभा तक पहुंचते रहे हैं, लेकिन उन्होंने आज तक कभी स्वयं किसी उच्च पद का दावा नहीं किया। उनका कहना था कि जनता की सेवा ही उनकी प्राथमिकता है, पद नहीं।
अपने संबोधन में विज ने मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों का जिक्र करते हुए इशारों में उन नेताओं पर कटाक्ष भी किया जो दिल्ली जाकर मंत्री या अहम पद हासिल करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा, “कुछ लोग तो केवल पद लेने के लिए दिल्ली के चक्कर लगाते हैं। मेरी सोच ऐसी नहीं है और न मैंने कभी किसी पद की मांग की है।” उनके इस बयान को राज्य की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि हाल ही में कई बड़े बदलावों की चर्चाएँ तेज हुई हैं।
विज ने कहा कि राजनीति में स्थिरता और पारदर्शिता महत्वपूर्ण है, और नेता को अपने काम के प्रति जवाबदेह रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि उन्होंने वर्षों तक स्वास्थ्य, गृह और कई अन्य विभागों में जिम्मेदारियाँ निभाईं, लेकिन कभी पदों की राजनीति नहीं की। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे भविष्य में भी किसी पद के लिए दबाव नहीं बनाएंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विज का यह बयान संगठनात्मक बदलावों की चर्चा के बीच एक संदेश है कि वे किसी तरह की खींचतान से दूर रहना चाहते हैं। वहीं, उनके समर्थक इसे विज की विनम्रता और कार्यशैली का उदाहरण बता रहे हैं।
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