पटना : राजद की ओर से पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी होने पर विपक्षी भाजपा ने उनसे हमदर्दी दिखाई है। भाजपा ने सुधाकर सिंह के साथ ही उनके पिता और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के प्रति भी बयानों में नरमी दिखायी है। भाजपा ने अब राजद के शीर्ष नेतृत्व पर हमला बोल दिया है। इसी कड़ी में भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने बुधवार को ट्वीट करके लिखा है कि राजद-जदयू के विलय में जगदानंद सिंह बड़ी बाधा हैं। उन्होंने आगे लिखा है कि पूर्व में रघुवंश प्रसाद सिंह को उनके अंतिम वक्त में किस तरह अपमानित होना पड़ा था। उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मंसूबों पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। निखिल आनंद ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया कि वह जो बोलते हैं और करते हैं, उसमें बड़ा फर्क होता है। वो कहने को तो ए-टू-जेड की बात करते हैं। लेकिन, जब बात अमली जामा पहनाने को आता है तो उनके इस बयान का हकीकत सामने आ जाता है। उनके तरफ से सिर्फ एक जाति का ख्याल रखा जाता है। उनके लिए ए- टू- जेड का मतलब इतना ही होता है। उन्होंने कहा कि कार्तिक सिंह, सुरेंद्र यादव, विजय मंडल, चंद्रशेखर को संरक्षण और सुधाकर सिंह को नोटिस, जगदा बाबू के लिए दायरे में रहने का इशारा है। उल्लेखनीय है कि महागठबंधन की सरकार बनने के साथ ही विधायक सुधाकर सिंह सुर्खियों में रहे हैं। जब नीतीश सरकार में उन्हें कृषि मंत्री बनाया गया तो भाजपा ने उनके पैक्स घोटालों में नाम आने की वजह से हटाने की मांग की। उसके बाद सुधाकर सिंह महागठबंधन के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधने लगे तो भाजपा सुधाकर सिंह की हमदर्द बन गई।