पटना : रामनवमी के दौरान राज्य में कई जगहों पर हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा समेत एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंप कर राज्य की गिरती कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की और हस्तक्षेप करने की मांग की। दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का सासाराम में कार्यक्रम रद्द होने के बाद भाजपा काफी आक्रोशित है। पार्टी ने अमित शाह के दौरे को रद्द होना प्रशासनिक विफलता बताया। भाजपा का कहना है कि वहां सुरक्षा इंतजामों की व्यवस्था नही की गई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि महामहिम संज्ञान लें। राज्य में दंगे हो रहे हैं और सरकार चुपचाप तमाशा देख रही है ताकि अमित शाह के कार्यक्रम को रद्द करना पडे। इसलिए कि 144 धारा लगी है, अगर धारा 144 लगी थी तो हटाना भी चाहिए था। उन्होंने कहा कि अब भला 144 धारा में हम कार्यक्रम कैसे कर सकते थे? उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि यह लोग पलटी मारने वाली सरकार है, अभी कुछ बोलेंगे फिर बाद में पलटी मार लेंगे। क्या वहां घर नहीं जले? क्या वहां हंगामा नहीं हुआ? क्या जो फ्लैग मार्च आज हो रहा है, वह फ्लैग मार्च कल भी हो सकता था। सम्राट चौधरी ने एक वीडियो भी दिखाया, जिसमे साफ तौर पर यह देखा जा सकता है कि कैसे एक पदाधिकारी कह रहा है कि जिलाधिकारी के निर्देश से पूरे इलाके में 144 लागू कर दिया गया है। भाजपा ने राज्यपाल को दिए ज्ञापन में कहा है कि सासाराम में गृहमंत्री का तय कार्यक्रम स्थगित होना बिहार सरकार की प्रशासनिक विफलता है। यह सुरक्षा इंतजामों की अनदेखी का नतीजा है। जहां गृह मंत्री का कार्यक्रम था, वहां इतनी बड़ी घटना के बाद भी पुलिस ने फ्लैग मार्च नहीं किया। केंद्र सरकार से एक्सट्रा फोर्स की मांग नहीं की। ऐसा सासाराम ही नहीं, खुद मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा में भी हुआ है। यह बताता है कि राज्य में पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है। इसलिए आग्रह है कि इन स्थितियों का संज्ञान लें।