पटना : जातीय गणना पर पटना हाईकोर्ट की रोक के बाद मचे सियासी घमासान के बीच शुक्रवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि जातिगत गणना बहुसंख्यक जनता की मांग है और ये हो कर ही रहेगा। साथ ही उन्होंने भाजपा पर भी करारा हमला बोला है। लालू यादव ने कहा कि जो जातीय गणना का विरोधी है वह समता, मानवता, समानता का विरोधी एवं ऊँच-नीच, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन, सामाजिक व आर्थिक भेदभाव का समर्थक है। देश की जनता जातिगत गणना पर भाजपा की कुटिल चाल और चालाकी को समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि भाजपा बहुसंख्यक पिछड़े हिंदुओं की गणना से डरती क्यों है? इससे पूर्व हाईकोर्ट से जाति आधारित गणना पर अंतरिम रोक लगने के बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वीा यादव ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि जाति आधारित जनगणना जनकल्याण के लिए है, हम गरीबी, पिछड़ेपन को मिटाना चाहते हैं। यह बात स्पष्ट है और होना तय है। उन्होंने बताया कि जजमेंट को एक बार पढ़ा जाएगा कि क्या आदेश है, उसके बाद ही सरकार अगला कदम उठाएगी। यह सभी को पहले से पता था कि यह जाति आधारित सर्वे है यानी जाति आधारित गणना है, जातीय जनगणना नहीं।