महेश सिन्हा
पटना : बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में बुधवार को कुल 10,459 नए पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की ओर से नियुक्ति पत्र दिया गया। इस दौरान मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी एसके सिंघल ने सभी पुलिसकर्मियों को उनके कर्तव्यों की शपथ दिलाई। मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में अब 12 लाख की आबादी पर 160 से 170 पुलिसकर्मी होंगे। उन्होंने कहा कि हमने वर्ष 2013 में पुलिस बल में महिलाओं के लिए 35 फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया था। अभी पुलिस में 25 फीसदी महिलाएं हैं, नियुक्ति के बाद महिला पुलिसकर्मियों की संख्या 27 फीसदी हो जायेगी। इसे कम से कम 35 फीसदी करना है। उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नहीं भूलियेगा। उनकी प्रतिमा के समीप आपको नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। कानून का राज बनाये रखना हमारी प्राथमिकता है।हालांकि इस दौरान सबसे दिलचस्प बात तो यह रही कि नियुक्ति पत्र लेने वाले सभी पुलिसकर्मी वर्दी पहनकर अपना नियुक्ति पत्र लेने आये थे। संभवत: विश्व के इतिहास की यह पहली घटना होगी जब किसी नवनियुक्त लोगों को बजाप्ता वर्दी पहनाकर नियुक्ति पत्र दिया गया होगा। सूत्रों की मानें तो नियुक्ति पत्र बांटने का दिखावा करने के लिए नीतीश सरकार ने सभी नियमों को ताक पर रखते हुए सभी जिलों में तैनात कर दिये गये पुलिसकर्मियों को बुलाया था। हालांकि नियुक्ति पत्र लेने वाले पुलिसकर्मियों से बात करने का प्रयास किया गया तो कुछ ने कहा कि हमलोगों को बोलने से मना किया गया है। हालांकि एक महिला सिपाही ने बताया कि 2019 में बहाली निकली थी। जबकि दूसरी महिला सिपाही ने बताया कि 2019-20 में हमारी परीक्षा की प्रक्रिया पूरी हुई। 2022 में नियुक्ति हो गई है। वर्तमान में बक्सर के डुमरांव में मेरी पोस्टिंग है। नियुक्ति पत्र लेने वाले कई अन्य पुलिसकर्मियों ने जब बात की गई तो उनलोगों ने भी कहा कि हम ज्वाइन कर लिए हैं। वैसे ये तमाम नियुक्तियां 2-3 साल पुरानी हैं। बुधवार को जिनको नियुक्ति पत्र दिया गया है, वे पुलिस के अंग बन चुके हैं, फिर भी दिखावे के लिए उन्हें नियुक्ति पत्र दिया गया। उल्लेखनीय है कि राज्य में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से चेहरा चमकाने के लिए पहले से नियुक्त लोगों को फिर से नियुक्ति पत्र बांटा जा रहा है। जिन पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र दिया गया है, वे पहले से ही ज्वाइन कर महीनों से ट्रेनिंग ले रहे हैं। हालांकि पुलिस मुख्यालय की ओर से पुलिसकर्मियों के बोलने पर पाबंदी लगा दी गई थी, इस कारण किसी ने कुछ भी बोलने की हिम्मत नहीं की। लेकिन वर्दी पहनकर गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र लेने पहुंचे महिला-पुरूष पुलिसकर्मियों ने नीतीश सरकार की पोल खोलकर रख दी है।
कुछ अफसर बालू खाने लगे हैं : चीफ सेक्रेटरी
मौके पर चीफ सेक्रेटरी आमिर सुबहानी ने कहा कि बालू खाने की चीज नहीं है लेकिन कुछ अधिकारी बालू खाने लगे हैं। आपको बालू और शराब माफिया कई तरह के प्रलोभन देंगे। दबाव भी बनायेंगे। लेकिन लालच में आकर उनसे प्रभावित नहीं होना है।आपको ईमानदारी से ड्यूटी करनी है।
लेखक न्यूजवाणी डॉट कॉम के बिहार के प्रधान संपादक हैं और यूएनआई के ब्यूरो चीफ रह चुके हैं।