पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में लोगों की समस्याओं का हल नही निकल पा रहा है। नतीजतन फरियादी एक ही शिकायत को लेकर बार-बार आने को मजबूर हैं। सोमवार को जनता दरबार में यह खुलासा हुआ कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में आये लोगों की फरियाद पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जनता दरबार में मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी अधिकारी शिकायत का निबटारा नहीं कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अधिकारियों के मनमानेपन से परेशान दिखे। इस दौरान कई शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से सीधे बात कर कार्रवाई का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री के समक्ष एक महिला ने जनता दरबार की हकीकत को सामने ला दिया। महिला ने मुख्यमंत्री से कहा कि उनके पति उर्जा विभाग में काम करते थे। 2021 में उनका निधन हो गया। अनुकंपा पर नौकरी की मांग को लेकर अगस्त 2021 में भी आपके पास आये थे। अबतक अनुकंपा पर नौकरी नहीं दी गई है। शिकायत के बाद मुख्यमंत्री भौंचक रह गए। उन्होंने उर्जा विभाग के प्रधान सचिव को फोन लगाया। मुख्यमंत्री ने अधिकारी से कहा,”अरे भाई मुंगेर से आई हुई हैं विनीता देवी। 16 अगस्त 2021 को भी जनता दरबार में आई थी। ऊर्जा विभाग में कार्यरत इनके पति की मौत हो गई थी। अनुकंपा पर नियुक्ति अब तक नहीं हुई है। उस समय जब आई थी तो कह दिया गया था कि नौकरी दे देना है। बताइए पिछले साल भी आई, इसके बाद भी नहीं मिला है, फिर से आई हैं। देख लीजिए, काहे नहीं मिल रहा है? आप देख लीजिए, उसमें नहीं होता है तो ठीक नहीं है। वह भी देख लीजिएगा। वहीं मनमाने बिजली बिल को लेकर एक बुजुर्ग ने रोते हुए फरियाद लगाई। पश्चिम चंपारण से बुजुर्ग हारूण मियां अपनी फरियाद लेकर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने जैसे ही पूछा कि क्या हुआ? ये सुनते ही हारूण मियां का दर्द उनकी आंखों से बहने लगा। बुजुर्ग फरियादी फूट-फूटकर रोने लगे लेकिन कुछ नहीं कहा। उसके बाद मुख्यमंत्री ने काफी देर तक फरियादी द्वारा दिए गए बिजली बिल को देखा। बिजली बिल देखने के बाद मुख्यमंत्री सारा माजरा समझ गए। उन्होंने हारूण मियां से पूछा कि ये बिल आपके घर का है? क्या काम करते हैं कि इतना बिल आया है? फरियादी की बात सुनने के बाद मुख्यमंत्री ऊर्जा विभाग के अधिकारियों पर भड़क गए। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि एक डेढ साल में बिजली बिल भेजता है तो ये कहां से बिल देंगे? एक घर में 42 हजार और 53 हजार का बिल आने के क्या मतलब है? इसके साथ ही मनमाने बिजली बिल को लेकर कई फरियादियों ने शिकायत की। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को बिल में गड़बड़ी दूर करने का निर्देश दिया।