पटना : रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर के विवादित बयान को लेकर जदयू और राजद में जारी तनातनी के बीच अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को साफ तौर पर कहा कि धर्म के मामले में कोई हस्तक्षेप ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने धर्मग्रंथ को लेकर जो बयान दिया है वह ठीक नहीं है। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस तरह की बात नहीं करने की सलाह मंत्री को दी है। इस लिए अब इस मुद्दे को अब ज्यादा खींचना नहीं चाहिए। अपनी समाधान यात्रा के क्रम में अरवल पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि हमलोग सभी धर्मों और उनकी परम्पराओं का सम्मान करते हैं।उन्होंने कहा कि हमारा शुरू से मानना रहा है कि कोई किसी भी धर्म को माननेवाला हो, उसमें किसी तरह की दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस ढंग सभी लोग धर्म का पालन करते हैं, हैंपालन करें। सभी धर्मों की इज्जत होनी चाहिए और इसमें किसी तरह से हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।उन्होंने साफ तौर कर कहा कि जिसको जो मन करे वह करे, जिस भगवान की पूजा करनी है करे, लेकिन इन सब चीजों पर कुछ नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके मन जो विचार और योजना बिहार को लेकर थी, उसको धरातल पर उतारने की कोशिश इतने सालों में की है। अब इस समाधान यात्रा के तहत एक तरफ वे पुरानी योजनाओं का निरीक्षण कर रहे हैं और हैं लोगों से फीडबैक ले रहे हैं। वहीं दूसरी ओर वह यह देखने की कोशिश कर रहें हैं कि इन इलाकों में और क्या किया जा सकता है? मुख्यमंत्री ने कहा कि वे घूम-घूम कर विकास का जायजा ले रहे हैं। जीविका दीदियों को देखिए,ये सभी अच्छा कर रही हैं। गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयान को लेकर जदयू हमलावर बना हुआ है। जदयू ने शिक्षा मंत्री से बयान वापस लेने और सार्वजनिक रुप से माफी मांगने को कह रहा है। पार्टी के तरफ से सबसे पहले मंत्री अशोक चौधरी ने प्रो.चंद्रशेखर के खिलाफ मोर्चा खोला था। बाद मे कई अन्य नेता उनके खिलाफ मुखर हैं। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा है कि चाहे सुधाकर सिंह हों या चंद्रशेखर इन नेताओं पर कार्रवाई नहीं होना राजद के शीर्ष नेतृत्व परसवाल खड़ा करता है। वे मौन हैं तो इसका कारण क्या है? उधर शिक्षा मंत्री अपने बयान पर कायम हैं और उनकी पार्टी राजद के नेता उनका बचाव कर रहे हैं।