पटना : जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी के विवादित बयान पर सत्ताधारी महागठबंधन की सहयोगी पार्टी राजद ने भी नाराजगी जाहिर की है। राजद ने बलियावी की भाषा को आतंकी भाषा बताया है। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने शुक्रवार को बलियावी के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए जदयू से कार्रवाई की मांग तक कर दी है। उन्होंने जदयू नेता पर हमला करते हुए कहा कि जिस तरह का बयान बलियावी ने झारखंड में दिया है, वह कहीं से भी उचित नहीं है। मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राजद सभी धर्म सभी वर्ग के लोगों का सम्मान करती है। महागठबंधन में जदयू भी है। जदयू के नेता ने गुलाम रसूल बलियावी के बयान को देखा होगा, हम मानते हैं कि जदयू ऐसे बयानवीरों पर लगाम लगाने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि भाषाई आतंक किसी को भी नहीं फैलाना चाहिए। राजनेताओं को इस तरह का बयान देने से परहेज करना चाहिए। कोई भी सभ्य समाज और राजनीतिक दल ऐसे बयान का समर्थन नहीं कर सकता है। मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जदयू का नेतृत्व इस पूरे मामले पर जरूर संज्ञान लेगा। उन्होंने कहा कि गुलाम रसूल बलियावी हजारीबाग में बोल रहे थे। उन्हें पता होना चाहिए कि वैसे बयान देने वालों पर भाजपा ने भी कार्रवाई की थी। फिर क्या कारण है कि उन्होंने इस तरह का बयान दिया? पार्टी को ऐसे बयान देने वाले लोगों पर नजर रखनी चाहिए। मालूम हो कि झारखंड के हजारीबाग में एक सभा के दौरान जदयू के पूर्व विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने अपने भाषण में खूब भड़काऊ शब्दों का प्रयोग किया। शुक्रवार को भी उन्होंने कहा कि वह तो स्वीकार करते हैं कि उन्होंने कहा है कर्बला बना देंगे।