पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग( बीएसएससी) पेपर लीक मामले को लेकर विपक्षी भाजपा ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया है कि छोटे कर्मचारियों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है, जबकि बड़े अधिकारियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को कहा कि बीएसएससी का मामला हो या बीपीएससी पेपर लीक का, सारा खेल टॉप लेवल के अधिकारियों द्वारा किया जाता है। बिहार में नियुक्ति निकलने के साथ ही उसकी बोली लगनी शुरू हो जाती है। उन्होंने बीएसएससी की परीक्षा को रद्द कर पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग सरकार से की है। विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पेपर लीक मामले में सरकार जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सरकार सिर्फ निचले स्तर के कर्मचारियों पर कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक मामले में बड़े अधिकारियों की जिम्मेवारी तय होनी चाहिए, लेकिन सरकार उन अधिकारियों को बचाने का खेल खेल रही है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जब नेता प्रतिपक्ष थे तो मांग करते थे कि परीक्षा रद्द होने पर सरकार छात्रों के खर्च की भरपाई करे। लेकिन आज जब सरकार में हैं तो चुप्पी साध रखी है। सरकार की नाकामी के कारण बच्चों के मन में निराशा पैदा हो रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक होती है और वही जनता आने वाले दिनों में सरकार की तानाशाही पर लगाम लगाएगी।