पटना : बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही शुक्रवार को भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने बिजली बिल में प्रस्तावित बढ़ोतरी पर हंगामा शुरू कर दिया तो दूसरी ओर सत्ता पक्ष ने राहुल गांधी के मामले में सदन के अंदर जमकर नारेबाजी की। बिजली बिल को लेकर विपक्षी विधायक नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गए। वेल में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे और पोस्टर दिखाने लगे। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने मार्शल को आदेश दिया कि विधायकों के हाथ से पोस्टर ले लें। इस दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों ने पीएम मोदी हटाओ के नारे लगाने लगे। बिजली बिल में प्रस्तावित बढ़ोतरी के मुद्दे पर भाजपा विधायकों ने हंगामा करते हुए रिपोर्टिंग टेबल को पटक डाला। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह तानाशाही रवैया नहीं चलेगा आप लोग तानाशाही रवैया अपना रहे हैं। उन्होंने हंगामा कर रहे विधायकों को शांत कराते हुए कहा कि आप लोग सीट पर जाइए। हम आपको बोलने की इजाजत देंगे। इसके बाद सभी भाजपा विधायक अपनी सीट पर बैठ गए। विधानसभा अध्यक्ष ने सबसे पहले भाकपा-माले विधायक चौधरी महबूब आलम को बोलने का मौका दिया। आलम ने कहा कि मोदी हटाओ देश बचाओ। इस पर भाजपा विधायकों ने जोरदार हंगामा किया। वहीं कांग्रेस विधायक अजित शर्मा ने राहुल गांधी को हुई सजा के मुद्दे पर चर्चा कराये जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि आज संवैधानिक संस्थाओं को कब्जा में करने की कोशिश की जा रही है। जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा को बोलने का मौका दिया गया। उन्होंने कहा कि बिजली बिल पर जो फैसला है, वह गलत है। सरकार प्रस्तावित वृद्धि वापस ले। वहीं, विजय सिन्हा के सवालों का जवाब देते हुए विभागीय मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि वृद्धि को वापस नहीं लिया जाएगा। इससे गरीबों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हम यह आश्वस्त करते हैं। उन्होंने कहा कि बिजली बिल वृद्धि का निर्णय रेगुलेटरी बोर्ड लेता है। चार सालों से कोई वृद्धि नहीं हुई थी। बता दें कि गुरुवार को बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली दर में 24.10 फीसदी की बढ़ोतरी की मंजूरी दी थी।