पटना : नीतीश सरकार के जेट विमान और हेलिकॉप्टर खरीदने के फैसले को लेकर सूबे की सियासत गर्मा गयी है। विपक्ष इस पर लगातार सवाल उठा रहा है। भाजपा इसको लेकर नीतीश सरकार पर लगातार हमलावर बनी हुई है। पार्टी ने बिहार जैसे गरीब राज्य में इसे फिजूलखर्ची बताया है। वहीं अब इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होने गुरुवार को कहा कि नीतीश कुमार 17 साल से बिहार के मुख्यमंत्री हैं, लेकिन कभी अपनी सुविधा के लिए कुछ नहीं खरीदा, फिर अब ऐसा क्या हो गया कि नीतीश कुमार को यह खरीद करनी पड़ रही है? जबकि बिहार के कई परिवार आज भी गरीबी रेखा के नीचे जीवन जी रहे हैं। श्री सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार के पास पहले से ही दो विमान मौजूद है। जिनकी मेंटेनेंस करने की ही जरुरत है। उन्होंने कहा कि हकीकत यह है यह खरीदी बिहार के सुपर सीएम के लिए की जा रही है। सुपर सीएम के पापा और नीतीश कुमार के बड़े भाई के दवाब में सारे फैसले लिए जा रहे हैं। नीतीश कुमार लालू यादव के चक्रव्यूह में फंसे हुए हैं। उन्हें प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब दिखाया गया है। अगर मुख्यमंत्री यह समझ रहे हैं कि वह 2025 तक बने रहेंगे तो यह उनका सपना है। हकीकत यह है कि मार्च तक उन्हें अपनी कुर्सी छोड़नी होगी। इसके लिए राजद ने पूरी स्क्रिप्ट लिख ली है। जो विमान खरीदे जाएंगे, उसका फायदा सिर्फ सुपर सीएम द्वारा उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता इन लोगों के कारनामे को देख रही है। नीतीश कुमार के बिहार के विभिन्न जिलों के यात्रा को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार हमेशा पिकनिक मनाने के लिए यात्रा पर निकलते है। नीतीश कुमार में अगर हिम्मत हैं तो वे शराब पीड़ित, अपराध से पीड़ित लोगो से जाकर मुलाक़ात करें। वरना, विरोधी दल होने के नाते हम लोग सब जिलो में जाकर सम्मेलन करके पीड़ित लोगो को मुआवाजा दिलाने के लिए संघर्ष करेंगे। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा अपने फायदे के लिए यात्रा करते हैं। वहीं,राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि 250 करोड़ का 12-सीटर जेट प्लेन और 100 करोड़ का 10-सीटर हेलीकाप्टर खरीदने का सरकार का फैसला बिहार जैसे गरीब राज्य की जनता के पैसे का खुला दुरुपयोग है। इसका जनता की सेवा से कोई लेना-देना नहीं। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार विपक्षी एकता के लिए देशभर में दौरा करने और प्रधानमंत्री बनने का सपना पूरा करने के लिए बिहार के खजाने पर 350 करोड़ से अधिक का बोझ डाल रहे हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जब नीतीश कुमार ने अपने 15 साल के शासनकाल में अब तक कोई विमान या हेलीकॉप्टर नहीं खरीदा, तब क्या वे अपने उत्तराधिकारी के लिए यह खरीद करवाना चाहते हैं? मोदी ने कहा कि जो जेट विमान खरीदा जाने वाला है, उसे बिहार के केवल चार हवाई अड्डों के रनवे पर उतारा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकारें नया विमान या हेलीकाप्टर खरीदने के बजाय इसे किराये पर लेना किफायती समझती है। विमान खरीदने पर पायलट, इंजीनियर की नियुक्ति से लेकर इसके रख-रखाव पर भारी खर्च करना पड़ता है। मोदी ने कहा कि बिहार सरकार भी पांच साल से किराये पर ही हेलीकाप्टर ले रही है। वर्ष 2005 में राज्यपाल बूटा सिंह के समय 14.5 करोड़ रुपये में किंग एयर का जो 6-सीटर विमान खरीदा गया था, वह अब भी उड़ान के योग्य (ऑपरेशनल) है। उन्होंने कहा कि 1989 में सत्येन्द्र नारायण सिन्हा की सरकार ने 7 करोड़ की लागत से दो हेलीकाप्टर खरीदे थे। इनमें एक हेलीकाप्टर का इंजन बदल कर उड़ान के लायक बनाया जा सकता है। इस पर मात्र 2.5 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है, लेकिन सरकार विमान-हेलीकाप्टर खरीदने के लिए 350 करोड़ से अधिक खर्च करना चाहती है। उन्होंने कहा कि हमारे समय में भी हेलीकॉप्टर खरीदने की चर्चा दो तीन बार हुई थी। लेकिन यह संभव नहीं हो सका। मोदी ने कहा कि हेलीकॉप्टर और जेट खरीदना बड़ी बात नहीं है सबसे बड़ी बात मेंटेनेंस को लेकर है। उन्होंने कहा कि हमारा हेलीकॉप्टर इसलिए खराब हो गया क्योंकि हम मेंटेनेंस सही ढंग से नहीं कर सके। मेंटेनेंस पर काफी खर्च होता है। ऐसे में खरीदकर मेंटेन करना संभव नहीं हो पाता है। सुशील मोदी ने कहा कि हेलीकॉप्टर खरीदने के पीछे बिहार सरकार की मंशा साफ तौर पर दिखती है। तेजस्वी यादव अब आने वाले दिनों में बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे तो ऐसे में नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के दबाव में जेट और हेलीकॉप्टर खरीदने का फैसला कर रहे हैं।