पटना। सातवें चरण की बहाली की मांग कर रहे शिक्षक अभ्यर्थी मंगलवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधानसभा का घेराव करने निकले थे। विधानसभा घेराव करने जा रहे बड़ी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थियों को डाक बंगला चौराहे पर रोक लिया गया। मंगलवार को सुबह से ही बड़ी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों के समर्थन में डाकबंगला चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे थे। इन्हें रोकने के लिए यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। काफी समझाने के बावजूद जब शिक्षक अभ्यर्थी नहीं मानें तो पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने अभ्यर्थियों को भगाने के लिए वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। इस दौरान कई शिक्षक अभ्यर्थी घायल हो गये। शिक्षक अभ्यर्थियों ने बताया कि कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। दरअसल, सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की मांग को लेकर सीटीईटी और बीटीईटी अभ्यर्थियों ने डाकबंगला चौराहा जाम कर दिया था, जिसकी वजह से इस मार्ग पर यातायात प्रभावित हो गया था। पुलिस के करीब ढाई घंटे समझाने के बावजूद अभ्यर्थी मानने को तैयार नहीं थे। काफी समझाने के बाद जब अभ्यर्थी नहीं मानें तो पुलिस ने हंगामा कर रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज के बाद डाकबंगला चौराहा पर अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान पुलिस ने अभ्यर्थियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने बताया कि करीब चार सालों से शिक्षक अभ्यर्थी सीटेट, बीटेट पास कर सड़क पर आंदोलन को विवश हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि वह पिछले 3 साल से प्रदर्शन कर रहे हैं। जिस पर उन्हें शिक्षा विभाग के द्वारा सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। कई बार मंत्री से भी मिलें हैं पर कई आश्वासन के बाद भी सातवें चरण की शिक्षक बहाली को लेकर शेड्यूल जारी नहीं किया गया है। जिससे विवश होकर उन्हें सड़क पर उतरना पड़ रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि तेजस्वी ने जिस तरह से 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था सरकार अपने वादे को पूरा करें नहीं तो इसी तरह आंदोलन जारी रहेगा। उनका कहना है कि आगे यह आंदोलन और भी उग्र होगा। इससे पहले सरकार को सातवें चरण की विज्ञप्ति जारी करनी चाहिए। गौरतलब है कि तीन महीने पहले भी पुलिस ने पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज किया था। उस दौरान पटना के एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) केके सिंह ने खुद सड़कों पर उतर तिरंगा लिये शिक्षक अभ्यर्थी पर लाठी चार्ज किया था। इसमें अभ्यर्थी घायल हो गया। इसका संज्ञान लेते हुए पटना प्रशासन ने उन्हें जांच के बाद निलंबित कर दिया था।