महेश कुमार सिन्हा
पटना । बिहार में शराबबंदी के सफल और विफल होने को लेकर जारीआरोप-प्रत्यारोपों के बीच भाजपा ने एक बार फिर नीतीश सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी शराबबंदी योजना उनकी ही गलत नीयत और नीतियों के कारण सफल नहीं है। इसलिए, नीतीश कुमार को इस कानून के नाम पर लोगों को बरगलाना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा पूर्ण नशाबंदी को शुरू से ही समर्थन दे रही है। लेकिन नशाबंदी को सफलता कानून से ज्यादा नैतिक और सामाजिक दबाव के कारण मिलती है। जब नीयत साफ रहती है तभी नीति सफल होती है। विजय सिन्हा ने कहा कि वर्ष 2016 में शराबबंदी कानून लागू होने के समय भाजपा विपक्ष में थी। उस समय हमने नीतीश कुमार से कहा था कि हम शराबबंदी का समर्थन करते हैं, लेकिन जिनके साथ आप बैठे हैं, उनकी नीयत सही नहीं है। वे आपकी नीति को सफल नहीं होने देंगे। आज वही हो रहा है। उन्होंने महागठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि शराब बनाने और पीने वाले माफिया को उम्मीदवार बनाया जा रहा है। कुढ़नी और गोपालगंज में यही हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा कहती है कि नीतियां वही बनाएं जो आम लोग स्वीकार करें। साथ ही आपकी नीयत साफ होनी चाहिए, अन्यथा इस तरह से लोगों को बरगलाना नहीं चाहिए। विजय सिन्हा ने नीतीश सरकार और उनके साथ के दलों राजद, कांग्रेस आदि की नीति और नीयत पर सवाल किया। उन्होंने राज्य में शराबबंदी को असफल बताते हुए इसके लिए नीतीश सरकार में शामिल अन्य दलों को भी निशाने पर लिया। उन्होंने शराबबंदी को एक बरगलाने वाला कानून करार दिया।
लेखक : न्यूजवाणी के बिहार के प्रधान संपादक हैं और यूएनआई के ब्यूरो चीफ रह चुके हैं