पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक बार फिर से एनडीए मे जाने की अटकलों पर भाजपा ने विराम लगा दिया। भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी अब किसी भी परिस्थिति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गठबंधन नहीं करेगी। भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व के इस फैसले की जानकारी रविवार को पार्टी के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने प्रदेश नेताओं को दी। दरभंगा में आयोजित दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के अंतिम दिन बिहार भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े ने प्रस्ताव पेश किया, जिसमें किसी भी हालत में नीतीश कुमार के साथ नहीं जाने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय के मुताबिक ही लोकसभा चुनाव 2024 और विधानसभा चुनाव 2025 के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया गया है।विनोद तावड़े ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने ये तय किया है कि भविष्य में अब किसी सूरत में नीतीश कुमार के साथ कोई तालमेल नहीं किया जायेगा। नीतीश कुमार के पास समर्थन नहीं था फिर भी भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था। लेकिन वे धोखा देकर भाग खड़े हुए। ऐसे में अब उनसे आगे कोई बात नहीं होगी। दरअसल, बिहार के सत्तारूढ़ महागठबंधन में जारी तकरार को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाईं जा रही हैं। ऐसी भी अटकलें हैं कि नीतीश कुमार एक बार फिर भाजपा के साथ जा सकते हैं। इस बीच भाजपा ने एक बड़ा फैसला लेते हुए इसका ऐलान कर दिया कि भाजपा अब किसी भी हालत में नीतीश कुमार के साथ नहीं जाएगी। विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक विरासत अब ख़त्म हो गई है। राज्य में अब इनका कोई जनाधार नहीं रह गया है। बार-बार पलटी मारने से उनकी विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है। इसलिए भाजपा किसी भी हालत में अब जदयू के साथ गठबंधन नहीं करेगी। बैठक में सभी सम्मानित सदस्यों को इस फैसले से अवगता कराया गया है और इसी को अनुरूप पार्टी की गतिविधि और लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारी बिहार में पार्टी करने जा रही है।