महेश कुमार सिन्हा
पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पटना के ऊर्जा स्टेडियम में उर्जा क्षेत्र की 15871.24 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात प्रदेश की जनता को दी। इस मौके पर सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि हमने केंद्र सरकार से मांग की है कि देश में वन नेशन-वन टैरिफ बिजली का रेट लागू होना चाहिए।उन्होंने कहा कि बिहार में महंगी बिजली दी जा रही है। केंद्र सरकार को देश के हर नागरिक का कल्याण करना है तो हर राज्य को एक दर पर बिजली मुहैया करानी चाहिए। देश के विकसित राज्यों के लिए केंद्र सरकार की बिजली की दर कुछ और है वहीं, बिहार जैसे गरीब राज्यों के लिए कुछ और। बिजली के दर में असमानता खत्म होनी चाहिए। नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे बिहार में 2025 तक प्रीपेड मीटर हर घर तक लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सौर ऊर्जा को भी बढ़ावा देने के लिए ऊर्जा विभाग को काम करना है। सीएम ने कहा कि ऊर्जा विभाग के इंजीनियरों से उम्मीद है कि वे बिहार में प्रीपेड मीटर जल्द से जल्द लगाएंगे। नीतीश ने कहा कि बिहार में पहले 700 मेगावाट की आपूर्ति होती थी। बिहार में अब 6,738 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है। कृषि क्षेत्र में पटवन में लगने वाली बिजली की आपूर्ति भी जल्द बिहार सरकार करेगी। इस बार बारिश कम हुई तो किसानों ने बिजली के जरिये पंपसेट चलाकर पटवन का काम किया है। आगे भी और किसानों को इस योजना से लाभान्वित करने के लिए सरकार काम कर रही है। बिहार में जर्जर तारों को बदलने का काम बिजली विभाग ने किया है। बिजली विभाग ने जो नए तार लगाए हैं उसका मेंटेनेंस विभाग करेगा।इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नें एनबीपीडीसीएल के अंतर्गत 92.71 करोड़ की लागत से दरभंगा, मोतिहारी, छपरा, वैशाली, पश्चिमी चंपारण, सहरसा, अररिया, गोपालगंज, बेगूसराय और एसबीपीडीसीएल के के लिए 182.84 करोड़ की लागत से पटना, भागलपुर, नालंदा, गया, आरा, औरंगाबाद में निर्मित विद्युत शक्ति उपकेंद्रों का लोकार्पण किया। समारोह में बिहार ग्रिड कंपनी लिमिटेड के 1099. 42 करोड़ रुपये की लागत से पटना क्षेत्र में बने नए ग्रिड उपकेंद्र और संबद्ध संचरण लाइनों का उद्घाटन किया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने बीएसपीटीसीएल की 1164.05 करोड़ रुपये की योजनाओं का भी लोकार्पण किया।मुख्यमंत्री ने 15871.24 करोड़ रुपये की योजनाओं में से 2,635.30 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण, 5,930.89 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास और 7,305.05 करोड़ रुपये की योजनाओं का शुभारंभ किया। साथ ही ग्रामीण बिजली उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के कार्य का शुभारंभ भी किया। योजना की कुल लागत 3,666.67 करोड़ रुपये है। दोनों वितरण कंपनियां 2022-23 में कुल मिला कर 36 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगायेंगी।
साउथ बिहार बिजली वितरण कंपनी 10 लाख जबकि नॉर्थ बिहार बिजली वितरण कंपनी 26 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगायेगी। यह लक्ष्य 2025 तक हर हाल में पूरा करना है। बिजली विभाग के मुताबिक अगले 5 साल में 1.48 करोड़ प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा ब्रेडा की 1579.37 करोड़ की लागत से ग्रिड कनेक्टेड ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्लांट योजना और सरकारी भवनों पर ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर प्लांट का शिलान्यास किया। 11.55 करोड़ की लागत से बने ग्रिड कनेक्टेड फ्लोटिंग पावर प्लांट का लोकार्पण भी किया।समारोह में डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव और उर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव भी उपस्थित रहे।
लेखक : न्यूजवाणी के बिहार के प्रधान संपादक हैं और यूएनआई के ब्यूरो चीफ रह चुके हैं