पटना : देश में कुछ तीर्थ स्थलों को छोड़ दिया जाये तो पटना का महावीर मंदिर एकमात्र ऐसा मंदिर बन गया है, जहां भक्तों से हर रोज 10 लाख रूपये की आय हो रही है। 1986 में जब आचार्य किशोर कुणाल ने इस मंदिर का प्रबंधन संभाला था तो मंदिर की कुल आमदनी 11 हजार रूपये सलाना थी। अब इसी महावीर मंदिर ने बिहार के आधा दर्जन प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार कर उन्हें दर्शनीय स्थल बना दिया है। महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने शुक्रवार को बताया कि काशी, अयोध्या जैसे तीर्थ स्थलों के अलावा महावीर मंदिर देश का एकमात्र मंदिर है, जहां भक्तों से हर रोज 10 लाख रूपये की आय हो रही है। उन्होंने बताया कि इस धार्मिक कार्यों के अलावा अस्पताल से लेकर दूसरे सामाजिक काम किये जा रहे हैं। कुणाल ने बताया कि 1986 में महावीर मंदिर के पास कोई भूखंड नहीं था। आज न सिर्फ महावीर मंदिर परिसर का विस्तार हुआ है बल्कि बिहार में इस मंदिर के पास सवा सौ एकड़ जमीन है। महावीर मंदिर पूर्वी चंपारण के केसरिया के पास विराट रामायण मंदिर बना रहा है। इसके लिए जमीन खरीद की गई तो लोगों ने सात लाख से लेकर 12 लाख रूपये प्रति एकड़ की दर से अपनी जमीन दे दी। जबकि उसी जमीन का सरकारी मूल्य 80 लाख रूपये प्रति एकड़ है। वहां से राम जानकी पथ गुजरने वाला है और सरकार अपने द्वारा घोषित मूल्य का चार गुणा पैसा देकर लोगों से जमीन ले रही है। उन्होंने बताया कि महावीर मंदिर ने पटना से बाहर पांच प्रमुख मंदिरों की जीर्णोद्धार किया है। हाजीपुर के कोनहारा घाट के पास भव्य विशालनाथ मंदिर बनाया जा चुका है। इस्माइलपुर में प्राचीन मंदिर का भवन जर्जर हो गया था, वहां मूर्तियां चुरा ली गई थीं। महावीर मंदिर ने वहां भव्य मंदिर का निर्माण कराया है। वहीं, भोजपुर जिले के कोइलवर के पास सकडीह के रंजीजी सिंह ने हनुमान मंदिर के प्रबंधन को महावीर मंदिर को सौंप दिया है। हनुमान मंदिर के पास करीब सवा सौ एक एकड़ जमीन है। महावीर मंदिर वहां भव्य शिव मंदिर का निर्माण करा रहा है, जो सिक्सलेन मार्ग के पास होगा। आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि मुजफ्फरपुर के साहू पोखर में प्राचीन मंदिर है। उस मंदिर के ट्रस्टी स्व. दिलीप साहु ने उसका प्रबंधन महावीर मंदिर को सौंप दिया था। उसके बाद मुजफ्फरपुर के साहू पोखर में मंदिर का जीर्णोद्धार कर वहां भव्य मंदिर का निर्माण पुरा कर लिया गया है। वहां न सिर्फ मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है बल्कि साहू पोखर के बीच में फाउंटेन लगाया है। वहां बोटिंग की भी व्यवस्था होगी। महावीर मंदिर ने मुजफ्फरपुर के एक और मंदिर का जीर्णोद्धार कराया है। वहीं, गया शहर में कचहरी के पास माधवानंद मंदिर को भी वहां के ट्रस्टी शैलेश कुमार सिन्हा ने महावीर मंदिर को सौंप दिया है। वहां भी भव्य मंदिर का निर्माण कराया जायेगा।