महेश कुमार सिन्हा
पटना : नये साल 2023 में बिहार में राजनीतिक यात्राओं को लेकर सियासी हलचल बढ़ने के संकेत मिलने लगे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रस्तावित यात्रा की राजनीति पर भाजपा भी पलटवार करने की तैयारी में जुट गई है। भाजपा ने भी ऐलान कर दिया है कि जहां-जहां नीतीश कुमार जाएंगे, एक हफ्ते के अंदर भाजपा भी उसी जगह जाकर नीतीश कुमार का पोल खोलेगी। विधान परिषद में विरोधी दल के नेता सम्राट चौधरी ने सोमवार को कहा कि अपनी यात्रा के दौरान जहां-जहां नीतीश कुमार जाएंगे। उसके एक सप्ताह के भीतर वह खुद भाजपा नेताओं के साथ वहां जाकर नीतीश कुमार की पोल खोलेंगे और यह सच्चाई जनता को बतायेंगे की नीतीश कुमार के दावे क्या है और उसकी ज़मीनी हक़ीक़त क्या है। उधर, भाजपा के इस घोषणा के बाद यात्रा की सियासत गर्मा गई है। उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार की यात्रा को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। माना जा रहा है की नीतीश कुमार की यात्रा लोकसभा चुनाव के पहले जनता के नब्ज को जानने की क़वायद है। जिसे नीतीश जनता के बीच जाकर ख़ुद देखना और समझना चाह रहे है। जदयू के वरिष्ठ नेता व राज्य सभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह के अनुसार जनता के बीच जाकर उनके बीच पहुंच कर ही ये जाना जा सकता है कि असली समस्या क्या है? सरकार की जो योजना चल रही है, वो जमीन पर ठीक तरीके से पहुंच रही है कि नहीं? नीतीश कुमार जा रहे है मंत्रियों को भी जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जदयू नीतीश कुमार की यात्रा को लेकर उत्साहित है। जिसकी रूप रेखा तैयार की जा रही है। ऐसे में भाजपा के भी यात्रा की सियासत में उतरने की घोषणा के बाद बिहार का राजनीतिक तापमान बढ़ना स्वाभाविक है।
लेखक : न्यूजवाणी के बिहार के प्रधान संपादक हैं और यूएनआई के ब्यूरो चीफ रह चुके हैं