पटना। कुढ़नी उपचुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को जोरदार झटका लगने के बाद सियासी गहमागहमी बढ़ गई है। इसी कड़ी में जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने का सपना देखते रह जाएंगे और उनके हाथ से बिहार भी निकल जाएगा। इस दौरान उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी के तारीफों के पुल बांधे। उन्होंने कहा कि कुढ़नी उपचुनाव में जदयू की हार नीतिश कुमार के बिहार में मिले जनादेश के साथ विश्वासघात का परिणाम है।आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार का बिहार में जो हाल हुआ है, उससे साफ़ पता चलता है कि ललन सिंह के नेतृत्व में जदयू कितनी कमज़ोर हो गई है। नीतीश कुमार केवल शराबबंदी पर ही फोकस करते हैं। उन्हें जनता की समस्या से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि कुढ़नी उपचुनाव में 7 पार्टी मिलकर भी चुनाव नहीं जीत सकी। आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार की शराबबंदी भी सफल नहीं हैं। बिहार में अगर पूर्ण शराबबंदी जमीन पर होती तो खुशी की बात होती। लेकिन यहां बालू और दारू का खेला हो रहा है। नीतीश कुमार शराबबंदी से हर रोज़ 55-60 करोड़ का नुकसान करा रहे हैं। ये केवल सरकार का नुकसान नहीं बल्कि जनता का भी नुकसान है। गरीबों को झूठे केस-मुक़दमे में फंसाकर जेल भेज दिया जा रहा है। इसलिए अब शराबबंदी हटा देना चाहिए। नीतीश कुमार की सरकार 2005 से अब पीछे जा रही है, आगे नहीं। उन्होंने कहा कि जदयू उछल-उछलकर दिल्ली में चुनाव लड़ने गई थी। अंजाम ऐसा हुआ कि नीतीश कुमार को 15 सीट पर 500 से कम वोट। महागठबंधन बिहार में भी उपचुनाव हार गई। बहुत सारे जिले ऐसे हैं, जहां जदयू के एक भी विधायक नहीं है। उन्होंने कहा कि जदयू कल राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने जा रही है, जिसमें नौ राज्यों में चुनाव करने पर चर्चा होगी। नीतीश कुमार पहले बिहार तो बचा लें। वहीं, ललन सिंह पर तंज कसते हुए आरसीपी सिंह ने कहा कि ललन सिंह ने सीना ठोककर कहा था कि कुढ़नी से भाजपा का खात्मा शुरू हो जाएगा, लेकिन देखिये यहां वे खुद खत्म हो गए। आरसीपी सिंह ने गुजरात में भाजपा को मिली रिकार्ड जीत के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि 27 साल के शासन में जहां भाजपा को गुजरात मे 156 सीट मिली है। भारत जी-20 का नेतृत्व कर रहा है, इसकी एक मात्र वजह हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। हमें इस बात पर फर्क करना चाहिए। राजद और जदयू के विलय पर आरसीपी सिंह ने कहा कि मैंने पहले ही ये बताया था कि दोनों पार्टियों का विलय तय है। यही वजह है कि राजद ने अपनी सिटींग सीट जदयू को दे दी। राजद को भी पता था कि इस सीट पर जीतना अब मुश्किल है। लालू ने सोचा कि जब दोनों पार्टी को मर्ज ही करना है तो जदयू ही चुनाव लड़े और हार जाए।