पटना : बिहार में खरमास खत्म होते ही सियासी हलचल तेज हो गई है। मकरसक्रांति के दिन रविवार को एक बड़ा झटका लगा। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और मीडिया विभाग के प्रभारी पद पर रहे राजीव रंजन ने जदयू का दामन थाम लिया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। जदयू के प्रदेश कार्यालय में हुए मिलन समारोह के दौरान ललन सिंह ने कहा कि राजीव रंजन भगवा छोड जदयू में आए हैं, आपका स्वागत है। इस मौके पर उन्होंने भाजपा पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि पूर्व विधायक राजीव रंजन रास्ता भटक गए थे, वे भाजपा यानी बड़का झूठा पार्टी में चले गए थे। जहां सुबह से शाम तक झूठ का पुलिंदा लेकर नेता बोलते रहते हैं, पर अब वे वापस अपने घर में आ गए हैं और पार्टी को मजबूत करेंगे। राजीव रंजन पर्व में इस्लामपुर से जदयू के विधायक रह चुके हैं।ललन सिंह ने भाजपा के साथ ही पीएम नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के किसी भी नेता में साहस नहीं है कि वे जनता को बताए कि आठ साल में मोदी की सरकार ने जनता के लिए कौन-कौन से काम किया है? ललन सिंह ने कई योजनाओं पर सवाल खडा करते हुए पूरी केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि केंद्र सरकार की सभी योजनाएं विफल हो गई हैं। उन्हौने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने 2014 में कहा था कि दो करोड़ लोगों को हर साल नौकरी देंगे। लेकिन आज यहां का नौजवान ठगा जा रहा है और आज 10 हजार की नौकरी करने के लिए दूसरा प्रदेश जा रहा है। उन्होंने कहा कि सुबह से शाम तक धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश करते हैं। इससे ज्यादा इन लोगों को कोई काम नहीं है। ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने जो हिम्मत दिखाते हुए कहा था कि हम बिजली नहीं देंगे तो वोट नहीं मांगेंगे। पर क्या नरेंद्र मोदी वैसी हिम्मत दिखा सकते हैं कि हमने रोजगार नहीं दिया तो वोट मांगने नहीं जाएंगे। वहीं, जदयू का दामन थामने के बाद राजीव रंजन ने कहा कि नीतीश कुमार को छोड़ना मेरी गलती थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा अपने नीतियों से भटक गई है। यदि सरकार बेहतर काम कर रही है तो उनका साथ देना चाहिए।