पटना : बिहार की राजधानी पटना के एसके मेमोरियल हॉल में रविवार को स्व. राम लखन सिंह यादव स्मृति समारोह का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। इस मौके पर नीतीश कुमार ने कहा कि नौ मार्च को जयंती समारोह मनाना चाहिए। अब से जयंती पर स्मृति समारोह का आयोजन किया जाएगा। अगले साल से सरकारी तौर पर कार्यक्रम होगा। आज हम आश्वस्त करते हैं कि बहुत जल्द निर्णय लेकर इस काम को कर दिया जाएगा। बिहार में राम लखन सिंह यादव के समाज की बड़ी आबादी कम शिक्षित रहती थी। शिक्षा के लिए लोगों को उन्होंने प्रेरित किया। उन्होंने कितना कॉलेज का निर्माण करवाया। इस दौरान वहां मौजूद सांसद रामकृपाल यादव पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रामकृपाल यादव राजद में थे, लेकिन भाजपा में चले गए, वो भूल गए हैं, जो राम लखन बाबू और हमने काम किया है।उन्होंने कहा कि, हमारे विपक्ष में बैठे लोग तरह-तरह की बात करते रहते हैं वो तो गलत बात है। अब हम रामकृपाल जी को कहेंगे कि वो भाजपा को माथा पर उठाए हुए हैं। उनको हमारा कुछ विकास तो दिखता ही नहीं है। जब ये राजद में थे तो हम इनको कितना इज्जत देते थे। इनको तो हम कहिए से जानते हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि राम लखन सिंह ने सब जगह लोगों को पढ़ाया। ये कोई साधारण काम नहीं है, कई जगहों पर उन्होंने कॉलेज स्थापित करवाया। जब केन्द्र में मंत्री थे तब भी उन्होंने बहुत काम किया जो उन्होंने किया है नई पीढ़ी के लोगों तक ये बातें पहुंचना चाहिए। आज लड़का-लड़की एक बराबर है। बच्चियों के लिए इतना काम हमने किया। आज हम अलग हो गए हैं तो बुराई कर रहे हैं, लेकिन पिछला काम भूल गए हैं। काम तो हम लोग कर ही रहे हैं, लेकिन राम लखन बाबू को हमेशा याद रखना है कि उन्होंने लोगों के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि लड़कियां पढ़ेंगी तो प्रजनन दर कम होगा और अभी घट भी रहा है। लड़कियों को जरूर पढ़ाई करानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने शिक्षा क्षेत्र में विकास के लिए काफी काम किया है। पहले कितने लोग पढ़ते थे? लड़किजयां कहां पढ़ती थीं? 5वीं कक्षा के बाद गरीब लोग पढ़ा नहीं पाते थे। हमने पोशाक योजना, साइकिल योजना आदि कितने बड़े पैमाने पर लागू किया। अब लड़का-लड़की एक बराबर हैं।