पटना : बिहार में नीतीश सरकार के मंत्रियों की तरफ से जो संपत्ति का ब्योरा दिया गया है, उसके मुताबिक नीतीश कुमार के पास हाथ में मात्र 28 हजार रुपए नगद बताए गए हैं। वहीं, उनकी कुल संपत्ति भी महज 75.53 लाख रुपए ही बताई गई है। जबकि, राज्य के उपमुख्यमंत्री के पास महज 5.27 करोड़ की संपत्ति बताई गई है। सबसे बड़ी बात यह है कि इनके पास खुद की कोई गाड़ी भी नहीं है। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी के द्वारा दिए गए संपत्ति के ब्योरा को लेकर भाजपा ने जोरदार हमला बोला है। भाजपा का आरोप है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री अपनी हकीकत को छिपा रहे हैं। विधान परिषद् में नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी ने रविवार को कहा कि इस संपत्ति ब्योरा में सबसे अधिक रोचक कुछ है, तो वह बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की संपत्ति की घोषणा। उन्होंने कहा कि जो बच्चा मात्र डेढ़ साल कि आयु में करोड़पति बन गया हो और आज 33 साल की आयु में किसी राज्य का उपमुख्यमंत्री हो तो आज तो इनके पास अरबों में संपत्ति होनी चाहिए। लेकिन, इसके बावजूद मालूम नहीं कि वो कैसे दिखा रहे हैं कि हमारे पास मजह 5 करोड़ की संपत्ति है। यह चिंता का विषय है। यह साफ है कि ये दिखाने के दांत हैं और खाने के दांत कुछ और हैं। उन्होंने कहा कि आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही अपनी पूरी संपत्ति 75 लाख ही बता रहे हो, लेकिन हकीकत यह है कि उन्होंने अपनी पूरी पूंजी अपने बेटे के नाम कर दी है। इसलिए उनकी खुद की संपत्ति बेहद कम दिख रही है। वहीं, मुख्यमंत्री की नए साल से शुरू होने वाली यात्रा को लेकर कहा किे यह सरकार का प्रायोजित कार्यक्रम है। सरकार का हेलीकॉप्टर, सरकार का जेट प्लेन और इसकी ही पूरी व्यवस्था। मुख्यमंत्री बस आशा दीदी, जीविका दीदी को बुलायेंगे और बैठक करेंगे। ये कभी भी जनता के बीच नहीं जाएंगे। 17 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद भी यह जनता की समस्या खोज रहे हैं। इनको तो लज्जा आनी चाहिए कि हमने 17 सालों में कुछ भी नहीं किया। वहीं, नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री बनने के सपनों को लेकर सम्राट चौधरी ने कहा कि उनके सपनों की हकीकत तो कांग्रेस ने बता दिया। हमलोग के यहां एक कहावत है, ‘ झूठ-मुठ का फुटानी काटना’ आज यही काम बिहार के मुख्यमंत्री कर रहे हैं। इनको बिहार में तो कोई पूछने वाला नहीं है और ये बात दिल्ली की करते हैं। इनको तो अब सन्याश लेने का समय आ गया है। अब इनको हराने के लिए केंद्र के लोग को बिहार आने की जरूरत भी नहीं है बिहार भाजपा के लोग ही इनको आसानी से चुनाव हरा देंगे।