पटना : रेलवे में जमीन के बदले नौकरी से जुड़े कथित घोटाले में फंसे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ सकती हैं। सीबीआई ने राउज एवेन्यू के स्पेशल कोर्ट में कहा है कि वह इस केस में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करेगी। इसके लिए सीबीआई ने दो-तीन हफ्ते का समय भी कोर्ट से लिया है। इससे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की परेशानी बढ़ सकती है। आशंका जताई जा रही है कि सप्लीमेंट्री चार्जशीट में लालू प्रसाद के छोटे बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को आरोपी बनाया जा सकता है। सीबीआई ने अक्टूबर 2022 में लैंड फॉर जॉब्स मामले में चार्जशीट दायर की थी। इसमें राजद प्रमुख लालू प्रसाद के साथ उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, दो बेटियों समेत 16 को आरोपी बनाया था। इसके बाद सीबीआई ने तेजस्वी यादव से भी इस मामले में सात-आठ घंटे पूछताछ की है। इस मामले में पहले तेजस्वी यादव का नाम नहीं था। हालांकि, दिल्ली के फ्रेंड्स कॉलोनी के एक बंगला है, जो तेजस्वी यादव और उनके परिवार की एक कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है। बंगले की कीमत 150 करोड़ रुपए बताई जा रही है। आरोप यह है कि लालू प्रसाद यादव जब रेल मंत्री थे, तब यह जमीन काफी कम कीमत में खरीदी गई थी। सीबीआई सप्लीमेंट्री चार्जशीट में तेजस्वी को आरोपी बनायेगी इस बारे में सीबीआई की ओर से कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन जानकार बताते हैं कि आने वाले दिन तेजस्वी यादव के लिए मुश्किलों से भरा हो सकता है। सीबीआई के पास कुछ सबूत तो उपलब्ध हैं, लेकिन जांच एजेंसी और भी सबूत इकट्ठा करने में जुट गई है। संभव है कि उनको गिरफ्तार भी कर लिया जाए।