महेश कुमार सिन्हा
पटना : बिहार में कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) पेपर लीक का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विपक्ष के दबाव बाद सरकार ने पहली पाली की परीक्षा को रद्द कर दिया है। इसी बीच भाजपा ने सरकार के इस फैसले पर सवाल उठा दिया है। हालांकि भाजपा का कहना है कि जब दोनों पाली का प्रश्नपत्र लीक हुआ है तो सिर्फ एक पाली की ही परीक्षा क्यों रद्द की गई है? जबकि दोनों पाली की परीक्षा रद्द होनी चाहिए थी। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार राज्य के छात्र-छात्राओं की प्रतिभा का हनन करना बंद करे और बीएसएससी और बीपीएससी पेपर लीक की जांच सीबीआई से कराए। उन्होंने सरकार पर जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि बिहार में नियुक्ति की घोषणा होते ही डाक बोला जाता है और लोगों से वसूली की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। बीपीएससी और बीएसएससी के अंदर हस्तिनापुर के ऐसे गुलाम लंबे समय से बैठे हुए हैं, जिनपर कई बार आरोप लग चुके हैं। विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार के भीतर अगर थोड़ी सी भी ईमानदारी बची हुई है तो पूरे मामले की सीबीआई या हाई कोर्ट के सीटिंग जज से जांच कराएं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आज जिन भ्रष्टाचारियों की गोद में बैठे हैं, उन्होंने लंबे समय तक बिहार की प्रतिभा को कुचलने का काम किया है। बिहार को जंगलराज की आग में झोंका और अब गंजलराज को गुंडाराज में बदल दिया है। नीतीश कुमार ऐसे लोगों के साथ गलबहियां कर बिहार को अपमानित करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील की है कि वे प्रतिभा को कुचलने का काम बंद करें नहीं तो बिहार की जनता कभी माफ नहीं करेगी। वहीं, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आप गलत नहीं हैं तो फिर घबराहट क्यों है? खुद को गरीब का बेटा बताते हैं, अरबों की संपत्ति कहां से जमा हो गई है? दरअसल आईआरसीटीसी घोटाले की दोबारा फाइल खोले जाने पर तेजस्वी यादव ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि लालू यादव का जो जीवन है, वो खुली किताब हैं। जहां तक बात सीबीआई जांच की है तो हमने पहले ही सीबीआई से अपील की थी कि अगर उनको दफ्तर बनाना है तो हमारे घर में बना लीजिए, उसके बाद जांच कीजिए।
लेखक : न्यूजवाणी के बिहार के प्रधान संपादक हैं और यूएनआई के ब्यूरो चीफ रह चुके हैं