Friday, September 22, 2023

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शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन भी चढ़ गया हंगामे की भेंट

पटना: बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को भी दोनों सदनों की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गया। विधान सभा और विधान परिषद में  छपरा में हुई जहरीली शराब से मौतों को लेकर जमकर हंगामा हुआ। विधानसभा में कार्यवाही शुरू होते ही शुरू हुआ हंगामा दोपहर बाद भी जारी रहा। भाजपा के विधायकों ने वेल में आकर हंगामा किया और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर वॉकआउट कर दिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही अगले दिन के लिए स्थगित कर दी गई। विधान परिषद में भी भाजपा विधान पार्षदों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद भाजपा के सदस्य लगातार हंगामा और नारेबाजी करते रहे। भाजपा ने नीतीश कुमार का विरोध करना शुरू कर दिया। भाजपा सदस्यों के हंगामा में साथ देने नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा भी वेल में आ गए और सभी वहीं धरना पर बैठ गए। वहीं, पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार ने रिपोर्टर का टेबल पीटा। भाजपा के इस तरह के हंगामा पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार भड़क गए और इनके खिलाफ कारवाई की मांग की। मंत्री ने कहा कि इनका आचरण ठीक नहीं है। हंगामा के दौरान भाजपा सदस्य लगातार नीतीश कुमार मुर्दाबाद का नारे लगाते रहे। भाजपा सदस्यों ने ताली बजाई तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा को भी ताली बजाने का इशारा किया। विपक्षी सदस्य सदन में पोस्टर लहरा रहे थे। तभी विधानसभा अध्यक्ष ने मार्शल को आदेश दिया कि सभी के हाथ से पोस्टर ले लें। पोस्टर लेकर सदन में प्रदर्शन करना गलत है। विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर मार्शल ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों के हाथ से पोस्टर ले लिये। वहीं हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल जारी रहा। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष और विरोधी दल के नेता में तीखी नोक झोंक भी हुई। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने विजय सिन्हा से अपने विधायकों को सीट पर लाने का किया आग्रह किया और हंगामा नहीं रूकने पर अध्यक्ष ने भाजपा पर लोकतांत्रिक व्यवस्था की हत्या करने का आरोप लगाया। विपक्षी सदस्यों के व्यवहार से नाराज विधान सभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने तंज कसते हुए कहा कि अव्यवस्था फैलाने के लिए जो भी संभव हो, वह सभी उपाय आप जरूर करें। भाजपा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा बुधवार को विधानसभा में अभद्र भाषा का प्रयोग और भाजपा पर शराब का तस्करी करने का आरोप लगाया था। सत्र के शुरू होते ही भाजपा के विधायक नीतीश कुमार हाय-हाय के नारे लगाते रहे। सदन से वॉकआउट करने के बाद भाजपा के सदस्य विधानसभा के बरामदे में धरना पर बैठ गए। धरना पर बैठकर भाजपा के विधायक नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। भाजपा विधायकों के द्वारा मुख्यमंत्री का घेराव भी किया गया। इस दौरान नीतीश कुमार हंसते हुए भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल के कंधे पर हाथ रखकर सदन के अंदर चले गए। वहीं नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने आसन से आग्रह किया कि वो पक्षपात न करें। हंगामे के बीच नीतीश मुस्कुराते रहे। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी और नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा में बहस भी हुई। हालांकि हंगामे के बीच विधानसभा में तीन विधेयक बिहार विनियोग अधिकाई (1989-90) विधेयक 2022, बिहार तकनीकी सेवा आयोग (संशोधन) विधेयक 2022 और बिहार नगर पालिका (संशोधन) विधेयक 2022 ध्वनिमत से पारित हुए। इसके पहले विधानसभा के बाहर भाजपा विधायकों ने शराब से हुई मौतों को लेकर प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि जबतक नीतीश कुमार माफी नहीं मांगते हैं उनका आंदोलन जारी रहेगा।

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