पटना : बिहार विधानसभा में बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से भाजपा विधायकों को शराबी और सदन से बाहर निकाले जाने तक की बात कहे जाने पर भाजपा ने नाराजगी जताई है। इस बाबत नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि नीतीश कुमार जिस तरह से आपा खो रहे है, यह विपक्ष बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इसके लिए माफी मांगे तभी सदन चलने देंगे।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सदन के भीतर मुख्यमंत्री का व्यवहार पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। उन्होंने कहा कि पहले तो उनकी माइक को बंद कर दिया और जब बाद में माइक को खोला गया तो नेता प्रतिपक्ष की बातों को प्रोसीडिंग से बाहर करने का आदेश दे दिया गया। बिहार में शराब से हो रही मौत और अपराध की बढ़ती घटनाओं के मुद्दे को जब भाजपा के विधायकों ने सदन में उठाया तो मुख्यमंत्री ने धमकी भरे लहजे में कहा कि बर्बाद कर देंगे। जिस तरह से मुख्यमंत्री ने सदन के भीतर भाजपा के विधायकों के साथ ’तुम, तड़ाक की भाषा का इस्तेमाल किया इसके लिए वे मांफी मांगे, तभी सदन चलेगा। मुख्यमंत्री गुंडाराज को जनता राज बताकर बिहार में शासन नहीं चला सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री सदन के बाहर नौकरी मांगने पर पर युवाओं पर लाठी चलवा रहे हैं तो दूसरी तरफ सदन के भीतर लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं। विपक्ष की आवाज को सदन के अंदर दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों की गोद में बैठने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शालीनता खत्म हो चुकी है। जिस तरह से मुख्यमंत्री सदन के अंदर गैर मर्यादा प्रदर्शित कर रहे हैं, वह पद के योग्य नहीं हैं। माफी मांगें नहीं तो लोकतंत्र में एक लज्जित पुरुष के रूप में जाने जाएंगे। शराब के कारण हर जिले के अंदर अपराधियों का नया गैंग खड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री अपने अहंकार के कारण बिहार को रसातल में भेजने का काम कर रहे हैं। भाजपा पूर्ण नशाबंदी के पक्ष में है लेकिन नशाबंदी के नाम पर अगर गरीबों को शोषण होता तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।