पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पिछड़ा वर्ग तथा अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग शुरु से ही पिछड़ा वर्ग तथा अति पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए कई तरह के कार्य करते आ रहे हैं। हमलोगों ने अलग से पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा कल्याण विभाग बनाया। सीएम ने कहा कि पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को पढ़ने के लिए विशेष सुविधा दी गई है। राज्य सरकार अपने मद से इस पर काफी खर्च कर रही है। पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए चलायी जा रही योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर तरीके से करते रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में इंजीनियरिंग, मेडिकल और पॉलिटेक्निक कॉलेज खोले गए हैं ताकि यहां के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहूलियत हो। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए छात्र-छात्राओं को स्टूडेंट क्रेडिट योजना का लाभ दिया जा रहा है। राज्य में छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति योजना का भी लाभ दिया जा रहा है। हमलोगों का उद्देश्य है कि राज्य के सभी छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा प्राप्त करें और उनका उत्थान हो।उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग के छात्र छात्राओं के उत्थान के लिए चलायी जा रही योजनाओं का प्रचार-प्रसार कराएं ताकि इसका वे लाभ उठा सकें। इससे पहले बैठक में पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव पंकज कुमार ने विभाग की ओर से संचालित योजनाओं के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी।बैठक में पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिता देवी और पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के निदेशक वीरेंद्र यादव उपस्थित थे।