पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के अलग-अलग जिलों में रामनवमी के अगले दिन शुक्रवार को हुई हिंसा पर साजिश की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि बहुत दुख की बात है। हमें कल जैसे ही पता चला, अलर्ट होकर तेजी से काम किया गया। उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ये किसी ने जान-बूझकर किया है। हमने कहा है कि इस बारे में पता लगाया जाए। वहीं, सासाराम में केन्द्राय गृह मंत्री का कार्यक्रम रद्द होने पर नीतीश कुमार ने कहा कि अमित शाह क्यों आ रहे थे? अब नहीं आ रहे हैं तो क्यों नहीं आ रहे हैं, वो ही जानें? पटना स्थित अधिवेशन भवन में बिहार लोक सेवा आयोग के 75वें स्थापना दिवस समारोह के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि सासाराम में जो भी हुआ, वह सामान्य घटना नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की कोई समस्या नहीं है। ये सब बदमाशी कर रहे हैं। इसमें किसी ने कुछ गड़बड़ किया है। वरीय अधिकारी मामले को देख रहे हैं। बिहार में सबकुछ ठीक चल रहा था। इससे पहले कभी ऐसा कुछ नहीं हुआ था। अब इस तरह की गड़बड़ी कौन कर रहा है, यह भी देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार अलर्ट है और अधिकारी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गड़बड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, भाजपा के द्वारा सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सासाराम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित साह का दौरा रद्द कर दिये जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां किसी को देख कर काम नहीं होता है। केंद्रीय मंत्री हमेशा आते ही रहते हैं। उन्हें सुरक्षा दी जाती है। राज्य सरकार हमेशा अपनी जिम्मेदारी निभाती है। हम इन चीजों का ध्यान रखते हैं। वे (भाजपा) लोग ध्यान न रखें, वो अलग बात है। यह पूछे जाने पर कि भाजपा ने आरोप लगाया है कि बिहार सरकार ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए। इसपर पलटवार करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि यह पूरी तरह से बेबुनियाद बातें हैं। गृह अमित शाह का सासाराम दौरा रद्द होने की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उसमें सुरक्षा कारणों से ऐसा किया गया हो, यह भाजपा नेताओं की ओर से बेबुनियाद बातें की जा रही हैं। अमित शाह अगर सासाराम नहीं आ रहे हैं तो कोई और बात होगी।