पटना : बिहार में जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर मुआवजा देने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा के बाद राजनीति तेज हो गई है। नीतीश सरकार के इस फैसले को भाजपा द्वारा अपनी जीत बताये जाने पर जदयू ने तीखा प्रहार किया है। जदयू के मुख्य प्रवक्ता व विधान पार्षद नीरज कुमार ने बुधवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पर हमला बोला और कई सवाल दागे। उन्होंने कहा कि जब गुजरात में बड़े पैमाने पर जहरीली शराब पीने से हिन्दुओं की मौत हुई तो वहां की भाजपा सरकार ने क्यों नहीं मुआवजे की घोषणा की? ये लोग फर्जी हितैषी बन रहे हैं। नीरज कुमार ने कहा कि भाजपा झूठी हमदर्दी दिखा रही है। वो खुद को हिंदुओं का हितैषी बताती है, जबकि सबसे अधिक फर्जीवाड़ा भाजपा के लोग ही उनके साथ करते हैं। भाजपा शाषित प्रदेशों में आज इतनी हत्या, मौत, और अपहरण की घटनायें हो रही हैं, लेकिन भाजपा के लोग हाथ पर हाथ धरकर बैठे हुए हैं। उन्होंने भाजपा से सीधा सवाल करते हुए कहा कि क्या यह सही नहीं है कि प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी नीति की तारीफ की थी? क्या शराबबंदी कानून पर भाजपा के नेता नरेंद्र मोदी को ही अंगूठा दिखा रहे हैं? उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि जब इनकी पार्टी सत्ता में थी तब कितने नेता घटना होने पर घटनास्थल पर गए? भाजपा के लोग अपने प्रदेश में शराब पिलाकर राष्ट्र निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं को नीतीश कुमार की बराबरी करने में हजार बार जन्म लेना होगा। नीरज ने कहा कि जो हाल गुजरात का है वहीं हाल यूपी का भी है। वहां जहरीली शराब पीने से सैकड़ों लोगों की मौत हुई। काफी दिनों के बाद योगी ने महज दो लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की थी। जबकि उससे पहले जब वहां अखिलेश यादव की सरकार थी तो उन्होंने पांच लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा कि यूपी में एक हिंदू सम्राट मुख्यमंत्री है और जहरीली शराब के शिकार हिंदू भी थे, क्या भाजपा सरकार को हिंदू परिवारों को इतनी कम राशि देने में शर्म नहीं आई? भाजपा के लोग यह बताएं कि कितने हिंदू हैं जो शराब पीकर मेरे उन्हें मुआवजा दिया गया? मुसलमानों की बात छोड़ दीजिए क्योंकि आप हिंदुओं के ठेकेदार बने हुए हैं। पिछड़ा और अति पिछड़ों का नाम जारी करें, जिनके बारे में वह लगातार आरोप लगा रहे हैं कि वह जेल में बंद हैं। ये लोग शराब पिलाकर हिंदू धर्म की ठेकेदारी करना चाहते हैं।