नयी दिल्ली : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने दिल्ली प्रवास के दूसरे दिनों बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले। इस दौरान नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद थे। खड़गे के आवास पर राहुल गांधी की मौजूदगी में तीन दल के नेताओं के बीच बैठक हुई। बैठक के बाद ऐलान किया गया कि विपक्षी पार्टियों को गोलबंद करेंगे। हालांकि पीएम पद के उम्मीदवार के नाम पर नेताओं ने चुप्पी साध ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आवास पर प्रेस कांफ्रेंस कर विपक्षी नेताओं ने 2024 चुनाव में भाजपा को रोकने के प्लान की जानकारी दी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमने आज ऐतिहासिक बैठक की। बैठक में बहुत सी चीजें चर्चा में आयी हैं। बैठक में हम सभी ने मिलकर तय किया है कि सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करना है। आने वाले चुनाव में मिलजुल कर लड़ना है, यही हम लोगों का निर्णय हुआ है। हम सभी मिलकर उसी रास्ते पर काम करेंगे। वहीं, राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष को एक करने की दिशा में कदम उठायेंगे। जो भी साथ आएगा उसे साथ लेकर चलेंगे। विपक्ष को एकजुट करने का ऐतिहासिक कदम उठाएंगे। देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। संस्थानों पर हमला हो रहा है। जबकि नीतीश कुमार ने कहा कि अधिक से अधिक पार्टियों को पूरे देश में एकजुट करने का प्रयास करेंगे उसके लिए हमलोग कोशिश करेंगे। एक साथ मिलकर हम आगे चलेंगे। आज जो बात हो गई है, उसी के आधार पर हम लोग काम करेंगे और फिर एक बार बैठक कर इस संबंध में बातचीत करेंगे। साथ मिलकर चलेंगे। यह बात तय हो गई है। कांग्रेस भी कई लोगों से बातचीत की है। हम लोगों की भी बात हुई है। अंतिम तौर पर बात हो गई है। अब उसी के आधार पर आगे चलेंगे। पत्रकारों ने जब नीतीश कुमार से पूछा कि कितनी विपक्षी पार्टियां एक साथ हुई हैं? इस पर नीतीश कुमार ने कहा बहुत ज्यादा लोग इकट्ठा हो गए हैं। जिस दिन बैठेंगे ना उसी दिन आप लोग जान जायेंगे। गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार दोपहर करीब एक बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, बिहार सरकार के मंत्री संजय झा, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दिल्ली वाले आवास पर पहुंचे। यहां राहुल गांधी और खरगे ने खुद दरवाजे से बाहर आकर इन नेताओं की अगवानी की। इसके बाद इन नेताओं ने कमरे में बैठकर बैठक की थी।