रांची : 25 लाख के ईनामी पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को काठमांडू से गिरफ्तार करने के बाद पुलिस पहले उसे दिल्ली लायी और अब उसे रांची लाया गया है। रांची लाने के बाद बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से उसे एक गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है। एनआइए के अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं। शनिवार देर शाम उसे काठमांडू से गिरफ्तार किया गया था तब वह सिख की पगड़ी पहने हुए था। झारखंड के खूंटी, रांची, सिमडेगा, गुमला, चाईबासा, लोहरदगा जैसे जिलों के लिए दिनेश गोप आतंक का दूसरा नाम था। दिनेश गोप के खिलाफ झारखंड, बिहार उड़ीसा में 100 से अधिक मामले दर्ज है। उसने अपनी दहशत और डर के नाम पर अकूत संपत्ति बनायी थी। गोप के कई साथी अब तक फरार हैं। 2007 के बाद से ही सुरक्षा एजेंसी और पुलिस, दिनेश गोप की तलाश कर रही थी। झारखंड में कई नक्सली हमलों में दिनेश गोप का नाम सामने आया था। सुरक्षा एजेंसियों के हवाले से जानकारी मिली कि दिनेश नेपाल में हुलिया बदल कर रह रहा था. सिख बनकर उसने पगड़ी पहन रखी थी। इससे पहले झारखंड पुलिस ने गोप को कई बार पकड़ने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हो पाई थी।जनवरी 2017 में पुलिस ने रांची में दिनेश गोप के दो प्लॉट और एक फ्लैट को सीज किया था।इसके अलावा उसके साथियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही थी। दिसंबर 2020 में पुलिस ने खूंटी में एक एनकाउंटर के दौरान पीएलएफआई के टॉप कमांडर जीदन गुड़िया को मार गिराया था।उसके सिर पर पुलिस ने 15 लाख रुपये का ईनाम रखा था।