महेश कुमार सिन्हा
बिहार के कटिहार में लव जिहाद का ताजा मामला सामने आने के बाद भाजपा ने सरकार से जबरन धर्मांतरण के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की मांग की है। भाजपा इस मुद्दे पर पहले चुप थी। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होकर महागठबंधन के साथ सरकार बनाने के बाद से भाजपा लगातार उन पर हमलावर है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी राजीव रंजन ने कहा कि राज्य में आये दिन धर्मांतरण को लेकर मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण से होने वाले खतरे को देखते हये पड़ोसी राज्य झारखंड, ओडिसा,छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात आदि राज्यों ने पहले ही कानून बना लिया है। कयी अन्य राज्य भी इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। लेकिन बिहार में इसे लेकर अभी तक कोई सुगबुगाहट नही है। जबकि राज्य मे आये दिन जबरन या तरह तरह के प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। राजीव रंजन ने कहा कि एक मामले में सुनवाई करते हुये सुप्रीम कोर्ट ने भी हाल में टिप्पणी की है कि जबरन धर्मांतरण न केवल धार्मिक स्वतंत्रता के खिलाफ है,बल्कि देश की सुरक्षा के लिये भी खतरा है। राजीव रंजन ने कहा कि इसके बाद भी राज्य सरकार धर्मांतरण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इसके अतिरिक्त प्रतिबंधित संगठन पीपुल फ्रंट आप इंडिया (पीएफआई) के मिशन 2047 के बारे में जो जानकारी मिली है उसमें भी धर्मांतरण का उल्लेख है। ऐसे में राज्य सरकार को चाहिए कि वह धर्मांतरण के कारण प्रदेश का माहौल बिगड़ने से पहले ही इसके खिलाफ सख्त कानून बनाये। गौरतलब है कि बीते दिन कटिहार मे शादी के बाद एक युवति पर धर्म परिवर्तन के लिये दवाब डालने का मामला दर्द हुआ है। कटिहार के एसपी जितेन्द्र कुमार ने इसकी पुष्टि की है। उन्होने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है। इस मामले में न्याय संगत कार्रवाई की जायेगी।
लेखक : न्यूजवाणी के बिहार के प्रधान संपादक है और यूएनआई के ब्यूरो चीफ रह चुके है।