फंडिंग से जुड़े नामों की जांच
फरीदाबाद के अल-फलाह यूनिवर्सिटी क्षेत्र में एक इमारत को लेकर सुरक्षा एजेंसियों की नजरें तेज हो गई हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह ढांचा एक इमाम के नाम से संचालित मदरसे के रूप में पेश किया जा रहा था, जबकि इसके निर्माण और संचालन को लेकर कई गंभीर सवाल उठे हैं। स्थानीय सूत्रों और पुलिस इनपुट के अनुसार, इमारत का फंड एक डॉक्टर—मुज़म्मिल—द्वारा किए जाने की बात सामने आई है, जिसके बाद जांच और गहराई से की जा रही है।
मामले को गंभीर बनाने वाला पहलू यह है कि इस स्थान पर भूमिगत स्तर पर भी निर्माण गतिविधियां चलने की बात सामने आई है। अधिकारियों के अनुसार, ऐसी संरचनाओं में पारदर्शिता बेहद जरूरी होती है, और बिना स्पष्ट अनुमति या लेआउट के भूमिगत निर्माण सुरक्षा दृष्टि से चिंता का विषय माना जाता है। यही कारण है कि पुलिस और खुफिया इकाइयाँ इस स्थान का विस्तृत निरीक्षण कर रही हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मदरसा किस उद्देश्य से संचालित किया जा रहा था, इसकी मान्यता, छात्रों की मौजूदगी, स्टाफ की तैनाती और फंडिंग के स्रोत जैसे पहलुओं की विस्तार से जांच की जा रही है। फिलहाल किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन कई लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या निर्माण कार्य के लिए नियमानुसार अनुमतियाँ ली गई थीं या नहीं।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी क्षेत्र अतीत में भी संवेदनशील माना जाता रहा है, जिसके चलते स्थानीय प्रशासन किसी भी संदिग्ध गतिविधि को गंभीरता से लेता है। अधिकारियों ने कहा कि जांच पूरी होने तक किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगा, लेकिन सतर्कता के तौर पर इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
![]()













