पंजाब में आतंकी नेटवर्क खड़ा करने की साजिश बेनकाब
हरियाणा में आतंकी नेटवर्क से जुड़ी एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश तब हुआ जब एक स्थानीय एडवोकेट के बैंक खातों में विदेशी हैंडलरों द्वारा भेजी गई संदिग्ध रकम का पता चला। सुरक्षा एजेंसियों की ओर से की गई प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि इन पैसों का उपयोग पंजाब में आतंकी ढांचे को मजबूत करने, लॉजिस्टिक सपोर्ट उपलब्ध कराने और नए सहयोगियों को जोड़ने के उद्देश्य से किया जा रहा था।
सूत्रों के अनुसार, एडवोकेट के खातों में पिछले कुछ महीनों में कई बार विदेशी ट्रांजैक्शन हुए, जिनके स्रोत संदिग्ध पाए गए। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि फंडिंग पाकिस्तान और अन्य बाहरी नेटवर्क से हो रही थी, जो भारत में अस्थिरता फैलाने के इरादे से सक्रिय हैं।
इसी दौरान, एडवोकेट के पड़ोस में रहने वाले एक अन्य वकील को भी पाकिस्तान स्थित नंबरों से धमकी भरे कॉल और मैसेज मिले हैं। धमकियों में उसे चुप रहने और मामले में हस्तक्षेप न करने की चेतावनी दी गई है। इससे स्थानीय निवासियों और वकील समुदाय में भारी चिंता का माहौल है।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह पूरा नेटवर्क फंडिंग, भर्ती और स्थानीय समर्थन बनाने के उद्देश्य से काम कर रहा था। जांच अधिकारी बैंक स्टेटमेंट, कॉल रिकॉर्ड, विदेशों से जुड़े डिजिटल फुटप्रिंट और संबंधित व्यक्तियों की गतिविधियों की गहन जांच कर रहे हैं।
एजेंसियां यह भी जांच कर रही हैं कि संदिग्ध एडवोकेट की भूमिका सिर्फ पैसों की प्राप्ति तक सीमित थी या वह किसी बड़े मॉड्यूल का हिस्सा बन चुका था।
इस संवेदनशील मामले को देखते हुए पुलिस और इंटेलिजेंस विभाग ने सुरक्षा बढ़ा दी है और धमकियां प्राप्त करने वाले वकील को भी सुरक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है।
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