रांची : आज का समय तकनीक का है। कम्पटीशन सिर्फ पढ़ाई के क्षेत्र में ही नहीं, हर क्षेत्र में हैं। गुरूवार को ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहीं। वे आइआइएम रांची के दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आप सभी छात्र-छात्राओं को बेहतर तकनीकी शिक्षा आइआइएम रांची से मिली है। यहां से मिली शिक्षा आपके लिए मील का पत्थर हो, यही मेरी शुभकामना है।उन्होंने कहा कि समय के साथ झारखंड में शिक्षा के क्षेत्र में भी विस्तार हुआ जिसमें आइएसएम, बीआइटी मेसरा, बीआइटी सिंदरी, आइआइएम, एक्सएलआरआई, एक्सआइएसएस और एनआइटी जैसे संस्थान खुले और झारखंड तथा अन्य बच्चों ने शिक्षा के क्षेत्र में भी देश-विदेश में अपनी अलग पहचान बनायी। उन्होंने कहा कि अभी हाल में हमने राज्य के अंदर डिजिटल स्किल यूनिवर्सिटी खोलने की परिकल्पना की है। जो लगभग 300-400 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा और जहां थोड़ा कम पढ़े-लिखे नौजवानों को रोजगारपरक शिक्षा प्रदान की जायेगी। उन्होंने कहा कि झारखंड में वर्षों से, विशेषकर खनिज संपदाओं के क्षेत्र में देश के बड़े-बड़े उद्योग लगे। चाहे वो हैवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन हो, बोकारो स्टील प्लांट, टाटा स्टील प्लांट हो, बिरला एल्युमीनियम या कोल इंडिया जैसे संस्थान। और इस वजह से यहां राज्य और राज्य के बाहर से बड़े पैमाने पर लोगों का आना जाना रहा है।