रांची : अंग्रेजी शासन के जुल्म, शोषण, दमन के खिलाफ तथा अपनी धरती और अस्मिता की खातिर विद्रोह का चिराग जलाने वाले 1857 की क्रांति के महानायक अमर शहीद नीलांबर-पीतांबर ने स्वाधीनता संग्राम में जो बलिदान दिया, वो युगों-युगों तक हमें प्रेरित करते रहेगा। ये बातें झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने भोगता टोली, कोकरोडीह, राहे में वीर शहीद नीलांबर-पीतांबर की प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहीं। सुदेश ने कहा कि इतिहास अतीत का अध्याय ही नहीं बल्कि भविष्य का आईना भी है। आज परिस्थितियां विपरीत हैं, समय बहुत कठिन है। समाज को तोड़ना आसान है लेकिन जोड़ना उतना ही कठिन। हमें हर परिस्थिति में जागरुक और एकजुट रहना होगा। जो समाज जितना संगठित है, वो उतना ही उन्नत और विकसित है। उन्होंने कहा कि एकजुटता से ही विकास संभव है। हमारी लड़ाई अपने राज्य, अपने समाज व संस्कृति की रक्षा के लिए है। जो समाज पीछे छूट गए हैं, उन्हें पहली पंक्ति में लाने की तैयारी करनी होगी। हमें झारखंडी विचारों को एकजुट करना होगा। हमने आजादी के 75 वर्षों का लंबे सफर पूर्ण कर लिया है। पूरे देश ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाया। ऐसे में हुकमरानों और आमजन दोनों जनों की जवावदेही है कि अपनी आजादी के सुरक्षित संरक्षित रखे। आजादी केवल वोट देने की नहीं वोट जिन बातों के लिए अधिकारों की रक्षा और हक के लिए हासिल की गयी है वे हक मिले, यह सुनिश्चित करना होगा।