आठ युवकों संग मिलकर उगाही का नेटवर्क चलाने का खुलासा
सिरसा जिले में एक बड़े हनीट्रैप गिरोह का पर्दाफाश होने से पुलिस और आम लोगों में खलबली मच गई है। इस नेटवर्क को चार महिलाओं और आठ युवकों ने मिलकर संचालित किया। गिरोह सोशल मीडिया पर नकली आईडी बनाकर पुरुषों को अपने जाल में फंसाता था और फिर उन्हें मिलने के बहाने बुलाकर धमकाने, अगवा करने और जबरन पैसे वसूलने की वारदातों को अंजाम देता था।
पुलिस के अनुसार, हाल में दर्ज हुए एक अपहरण और उगाही के मामले की जांच के दौरान इस गैंग का पूरा चेहरा सामने आया। शिकायतकर्ता ने बताया कि एक महिला ने उससे दोस्ती कर उसे मिलने बुलाया, लेकिन वहां पहुंचते ही कुछ युवक उसे घेरकर जबरदस्ती ले गए और परिवार से मोटी रकम की मांग की। पीड़ित के बयान और फोन रिकॉर्डिंग के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की और गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में महिलाओं ने कबूल किया कि वे लंबे समय से इसी तरीके से लोगों को फंसा रही थीं। एक आरोपी महिला ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि उसने यह पूरा तरीका अपनी ननद से सीखा, जो पहले भी ऐसे मामलों में शामिल रही है। महिला ने बताया कि शुरुआत में उन्हें केवल बातचीत कर संबंध बनाने का काम दिया जाता था, बाद में उन्हें पूरी योजना में शामिल कर लिया गया।
पुलिस ने बताया कि गिरोह के पास से कई मोबाइल फोन, नकली सोशल मीडिया अकाउंटों से जुड़े दस्तावेज, ATM कार्ड और लेनदेन से संबंधित डिजिटल सबूत बरामद किए गए हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि गिरोह कई जिलों के युवकों को निशाना बनाता था और हर बार नया फर्जी नाम और प्रोफ़ाइल इस्तेमाल करता था।
स्थानीय लोगों ने इस घटना को लेकर चिंता जताई है और पुलिस से सोशल मीडिया अपराधों पर सख्ती बढ़ाने की मांग की है। वहीं, पुलिस का कहना है कि गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश की जा रही है और सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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