नयी दिल्ली : लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को कहा कि लोकतंत्र के लिये समावेशी विकास जरूरी होता है।चर्चा, संवाद और विचार-विमर्श के जरिसे समावेशी विकास हो सकता है।लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, बिरला ने मुंबई में लेखाकारों की 21वीं विश्व कांग्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि वैश्वीकरण के इस युग में अंतरराष्ट्रीय सहयोग ही मानवता के साझे भविष्य को सुरक्षित रखने का सबसे उपयुक्त मार्ग है।