नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि भारतीय सेना ने गलवान घाटी संघर्ष और हाल में अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुई झड़प के दौरान अदम्य साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और इसके लिए उनकी जितनी भी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। भारतीय वाणिज्य और उद्योग महासंघ (फिक्की) में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि भारत विश्व के कल्याण और समृद्धि के लिए एक महाशक्ति बनने की इच्छा रखता है और इसका किसी भी देश की एक इंच भूमि पर कब्जा करने का कोई इरादा नहीं है लेकिन अगर कोई इस पर बुरी नजर डालने की कोशिश करेगा तो इसका कड़ा जवाब दिया जायेगा।इधर, रक्षा मंत्रालय ने चीन और उसके सदाबहार सहयोगी पाकिस्तान का परोक्ष रूप से संदर्भ देते हुए शनिवार को कहा कि भारतीय सेना सैन्य आधुनिकीकरण और भारत के विरोधियों की आक्रामक कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप सभी तरह के सैन्य हालात से निपटने के लिए तैयार है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि सेना मुख्य रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए उभरते खतरों की लगातार निगरानी और समीक्षा करते हुए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर स्थिरता और प्रभुत्व सुनिश्चित करने की भारत की इच्छा के अनुरूप अपनी अभियानगत तैयारियों को बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।