नयी दिल्ली । विश्लेषकों का कहना है कि सितंबर तिमाही के चुनौतीपूर्ण हालात के बाद घरेलू इस्पात उत्पादकों की लाभ कमाने की क्षमता मांग बढ़ने और लागत कम होने से दिसंबर तिमाही में सुधरने की उम्मीद है। विश्लेषकों को अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में भारतीय इस्पात कंपनियों के लिए हालात बेहतर होने की संभावना दिख रही है। इसके पीछे घरेलू मांग में सुधार के बनते हुए हालात अहम हैं।